यूं ही नहीं डॉक्टरों को धरती का भगवान कहा जाता… 6 सेंटीमीटर ‘फंगल बॉल’ को हार्ट वॉल्व से बाहर निकाला
डॉक्टरों को धरती का भगवान कहा जाता है, क्योंकि जहां लोग अपनी बीमारी से हिम्मत हार जाते है वहां भगवान बनकर डाॅक्टर खड़े दिखाई देते है कुछ ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां डॉक्टरों ने एक बार फिर से एक नया कीर्तिमान अपने नाम किया है।
डॉक्टरों को धरती का भगवान कहा जाता है, क्योंकि जहां लोग अपनी बीमारी से हिम्मत हार जाते है वहां भगवान बनकर डाॅक्टर खड़े दिखाई देते है कुछ ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां डॉक्टरों ने एक बार फिर से एक नया कीर्तिमान अपने नाम किया है।
दरअसल, डॉक्टरों की एक टीम ने बेहद जटिल सर्जरी कर पीड़ित मरीज के हार्ट वॉल्व से “6 सेंटीमीटर लंबी फंगल बॉल” निकालने में कामयाबी हासिल की है जिससे मरीज को एक बार फिर से नई जिदंगी मिली।
हार्ट की गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज सुरेश चंद्र ने इस बारे बताया कि 2021 में उन्हें कोरोना संक्रमण हो गया था जिसके बाद उन्हें अकसर कफ और तेज बुखार की शिकायत रहने लगी थी और तबीयत बिगड़ने लग गई। ऐसे में उन्होंने कई डॉक्टरों से संपर्क भी किया। इतना ही नहीं इससे पहले उनकी महाधमनी (एओर्टिक) का वॉल्व बदला चुके थे।
लेकिन फिर भी परेशानी रहने लगी और हार कर उन्होंने फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क किया और डॉक्टरों ने उनकी जांच में सामने आया कि यह एक प्रकार का दुर्लभ फंगल संक्रमण ‘इंफेक्टिव इंडोकार्डिटिस’ है। बीमारी के लक्षण का पता लगने के बाद अनुभवी डॉक्टरों की टीम ने एक जटिल सर्जरी के बाद मरीज के हृदय के वॉल्व से छह सेंटीमीटर लंबी ‘फंगल बॉल’ को बाहर निकाला।
अधिकारियों ने बताया कि ऐसे मामलों में मरीज के बचने की संभावना केवल 50 प्रतिशत रहती है। अधिकारियों ने बताया कि ये ऑपरेशन कुछ महीने पहले किया गया था लेकिन डॉक्टरों की देखरेख में मरीज को 45 दिनों रखा गया और इस दौरान तक नसों के जरिये एंटी फंगल दवाएं दी गई और हालत स्थिर होते ही उन्हें डिस्टार्ज किया गया।