फलावदा। कस्बे में रामलीला अयोजन को लेकर भाजपा और सपा से जुड़े दो पक्षों में तनातनी चलते रामलीला आयोजन के बढ़ते विवाद में गत दिनों कमेटी की आम पंचायत में सपा विधायक अतुल प्रधान के करीबी मोहित तोमर को कमेटी का प्रधान घोषित कर दिया गया अगले दिन ही वायरल वीडियो में प्रधान मोहित ने कुछ लोगों पर जबरन पद से इस्तीफा मांगे जाने का आरोप लगाकर लोगों को चौंका दिया था मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस चुनाव को खारिज कर दिया था वहीं भाजपा पक्ष के लोगों ने रामलीला का आयोजन करने का दवा एसडीएम मवाना के समक्ष पेश कर दिया रामलीला आयोजन को लेकर अलग-अलग दावे विवाद का आयोजन को लेकर खड़े हुए विवाद को सियासी पार्टियों के बीच होने वाली रस्साकशी से जोड़कर देखा जा रहा था कई दिनों से चल रहे विवाद का शनिवार देर अफसरों के हस्तक्षेप से निस्तारण हो गया।थाने में दोनो पक्षों की लिखित सहमति से सपा विधायक अतुल प्रधान के नजदीकी पूर्व प्रधान रवि सैनी को ही रामलीला कराने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
थाना प्रभारी धीरेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि कस्बे में रामलीला अयोजन को लेकर बूढ़ा शिव मंदिर कमेटी तथा रामलीला कमेटी में विवाद चल रहा था।कई दिन पूर्व रामलीला कमेटी का प्रधान खुली बैठक में मोहित तोमर को बनाया गया था लेकिन इस मनोनयन पर एतराज करते हुए श्री बूढा शिव मन्दिर कमेटी ने अफसरों से शिकयत की थी। दोनों पक्षों ने रामलीला की अनुमति हेतु अलग अलग आवेदन किया था।पुलिस ने दोनों पक्षों की अनुमति पर रिपोर्ट लगाने का मामला ठंडे बस्ती में डाल दिया था।विवाद बढ़ता देख मामले का निपटारा करने के लिए एसडीएम अखिलेश यादव तथा सी ओ आशीष शर्मा को दखल देना पड़ा। शनिवार को थाने पहुंचकर दोनों अफसरों ने दोनो पक्षों से बातचीत की।काफी जद्दोजहद के बाद पूर्व प्रधान रवि के नाम पर सहमति बन गई।रामलीला का प्रधान रवि को घोषित कर दिया गया।कई दिनों से चली आ रही खींचतान पर अफसरों के हस्तक्षेप से विराम लग गया। रामलीला कमेटी आयोजन को लेकर चले आ रहे विवाद का निपटारा हो गया।