हसील क्षेत्र के बरनावा गॉव के लाक्षागृह का नही हुआ फैसला अगली सुनवाई 22 सितंबर को हो सकती है
बड़ौत। तहसील क्षेत्र के बरनावा गॉव के लाक्षागृह का नही हुआ फैसला अगली सुनवाई 22 सितंबर को हो सकती है।
प्रदेश के बागपत जनपद में भी एक ज्ञानवापी जैसा विवाद करीब 53 साल से चल रहा है। जनपद के बरनावा गांव स्थित लाक्षागृह में मजार को लेकर मुस्लिम पक्ष के लोगों ने एक रिट करीब 53 वर्ष पूर्व दायर की थी।
विवाद की शुरुआत मेरठ कोर्ट परिसर से होते हुए अब बागपत के सिविल जज के यहां इसकी सुनवाई चल रही है । आज इस मामले का फैसला आना था, लेकिन हड़ताल के बीच इस फैसले को सुरक्षित रख लिया गया। अब इसकी सुनवाई 22 सितंबर को होगी। वकीलों की हड़ताल के चलते इस निर्णय को सुरक्षित रखा गया है।
दूसरी ओर निर्णय की संभावना को देखते हुए आज बागपत में पुलिस ने चाक चौबंद व्यवस्थाएं की थी । कोर्ट परिसर में भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतेजामत किए गए थे वहीं संवेदनशील जगहों पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा ।
मुस्लिम पक्ष के वकील शाहिद अली का कहना है कि, सारे सबूत मजार होने का प्रमाण साबित करते हैं ओर न्यायपालिका पर भूरा भरोसा है। वहीं हिन्दू पक्ष के वकील रणवीर सिंह तोमर का कहना है कि, सारे सबूत लाक्षागृह होने को प्रमाणित करते हैं और पुरातत्व विभाग भी पुष्टि कर चुका है। कोर्ट के फैसले पर पूरा भरोसा हैओर हमारी जीत होगी।