लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार प्रदेश के अधिकांश बड़े शहरों में पुलिस कमिश्नर की तैनाती की तैयारी कर रही है। इसी क्रम में प्रदेश के दो बड़े शहरों में जल्द ही पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू कर दी जाएगी। इसकी पूरी तैयारी हो गई है। किसी भी समय इसकी घोषणा हो सकती है।
वहीं गुरुवार रात नौ जिलों के कप्तान बदलने के बाद एक और आईपीएस की तबादला लिस्ट तैयार हो गई है। जिसमें करीब दो दर्जन जिलों में फेरबदल किया जा रहा है। जिसमें पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने वाले जिले भी हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले आचार संहिता लागू होने के चलते रूकी आईपीएस तबादला की एक और लिस्ट किसी भी वक्त आ सकती है। जिसमें आईपीएस और पीपीएस संवर्ग के 36 से ज्यादा अधिकारियों के नाम शामिल है। इसमें आगरा, बुलंदशहर, सीतापुर, सुलतानपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, वाराणसी ग्रामीण और देवरिया समेत 13 जिले के कप्तान हैं।
आगरा और मेरठ की भी चर्चा हुई, लेकिन उसके शहरीय क्षेत्र फल को देखते हुए अधिकारी व गृह विभाग यहां लागू करने को लेकर मंथन कर रहे हैं। हालांकि आखिरी फैसला मंत्रिमंडल को लेना है। प्रदेश में जनवरी 2020 में लखनऊ व गौतमबुद्धनगर (नोएडा) और 2021 में कानपुर नगर और वाराणसी में लागू हुई थी।
इस तबादला लिस्ट में लखनऊ, नोएडा और वाराणसी कमिश्नरेट के अधिकारी भी शामिल है। जिनमें कुछ को जिले का चार्ज दिए जाने की चर्चा है। महकमे के अफसरों ने भी इसकी दबी जुबान से पुष्टि की है।