होलिका पर्व का भारतीय संस्कृति में है बड़ा महत्व
कुछ उपाय करने से विभिन्न परेशानियों से मिल जाती हैं मुक्ति : ज्योतिषाचार्य डा. मनोज
गुडग़ांव (अशोक) : भारतीय संस्कृति में होली के त्यौहार का विशेष महत्व है। क्योंकि इस समय प्रकृति में उत्साह, उमंग और ऋतु परिवर्तन के कारण बदलाव तथा खेतों में लहलहाती फसल भी पककर तैयार हो जाती हैं। सभी के दिलों में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है साथ ही बसंत ऋतु का आगमन, जिसमें न ही सर्दी होती है और न ही गर्मी होती है और वृक्षों पर पुराने पत्तों का टूटकर नए पत्तों का आना प्रकृति के सौंदर्य में चार चांद लगा देता है। इतने सुंदर वातावरण में फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णमासी को होली का पावन पर्व मनाया जाता है। यह पर्व भक्ति, आस्था, श्रद्धा, विश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ आध्यात्मिक रूप से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। ज्योतिषाचार्या पंडित डा. मनोज शर्मा कहना है कि फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है। इस बार यह पर्व 24 मार्च, रविवार मनाया जाएगा। होली के शुभ अवसर पर यदि कुछ उपाय किए जाएं तो उनका परिणाम बड़ा ही सार्थक निकलता है और होली के पर्व का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
होली पर्व पर करें यह उपाय
ज्योतिषाचार्या पंडित डा. मनोज का कहना है कि होली की रात्रि सरसों के तेल का चौमुखी दीपक घर के मुख्य द्वार पर जलाकर पूजा-अर्चना करें। इससे सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी। यदि राहु के कारण परेशानी है तो एक नारियल का गोला लेकर उसमें अलसी का तेल भरें। उसी में थोड़ा सा गुड़ डालें और इस गोले को जलती हुई होलिका में डाल दें। इससे राहु का बुरा प्रभाव समाप्त हो जाएगा। उनका कहना है कि धन हानि से बचने के लिए होली के दिन घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिडक़ें और उस पर दोमुखी दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय धन हानि से बचाव की कामना करें। जब दीपक बुझ जाए तो उसे होली की अग्नि में डाल दें। इसी प्रकार घर की सुख – समृद्धि के लिए परिवार के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। साथ ही होली की 11 परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए। उनका कहना है कि बेरोजगार हैं तो होली की रात 12 बजे से पहले एक नींबू लेकर चौराहे पर जाएं और उसके चार टुकड़े कर चारों दिशाओं में फेंक दें। वापिस आते समय पीछे मुडक़र न देखें। यदि पैसा कहीं फंसा है तो होलिका की 11 बार परिक्रमा करते हुए धन प्राप्ति की प्रार्थना करें। किसी अज्ञात भय से भी होलिका मुक्ति दिलाती है। उनका कहना है कि इन उपायों का धार्मिक ग्रंथों में भी कहीं न कहीं वर्णन किया गया है।