हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान हमीरपुर सदर सीट पर बहुकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नरेंद्र ठाकुर तीसरी बार विधानसभा के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे और उन्हें कांग्रेस के पुष्पेंद्र वर्मा और निर्दलीय आशीष शर्मा से कड़ी टक्कर मिलेगी। श्री नरेश कुमार दारजी भाजपा जैसी विचारधारा वाले एक और निर्दलीय भी मैदान में हैं और उम्मीद की जा रही है कि यह खेल भगवा पार्टी के लिए दिलचस्प होगा। एक अन्य उम्मीदवार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कॉमरेड कश्मीर सिंह ठाकुर भी चुनावी मैदान में हैं। श्री ठाकुर पिछले पांच वर्षों से जनता के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने उनकी मांगों के समर्थन में रैलियां और धरना दिया है और उनकी समस्याओं को सुना है, इसलिए वह दोनों प्रमुख दलों को टक्कर दे सकते हैं। इस चुनावक्षेत्र में 76,646 मतदाता हैं और महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। इससे पहले 2017 में, हमीरपुर सीट से 80.85 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया था। हमीरपुर शहर में 13 हजार से अधिक मतदाता हैं। नरेंद्र ठाकुर ने 2017 के चुनावों में कांग्रेस के एक अन्य पूर्व विधायक कुलदीप सिंह पठानिया को 7,231 मतों के अंतर से हराकर चुनाव जीता। कांग्रेस में लड़ाई के चलते पठानिया को इस बार टिकट नहीं दिया गया और पार्टी ने उनकी जगह डॉक्टर को अपना उम्मीदवार बनाया। मतदान के मात्र दस दिन शेष हैं, इस दौर में प्रचार अभियान तेज हो गया है और सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता और निर्दलीय लोग अपने पक्ष में लोगों के समर्थन का प्रबंधन करने के लिए मैदान में उतर आए हैं। भाजपा के अभियान का नेतृत्व स्थानीय सांसद-सह-केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री, अनुराग ठाकुर, उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री, प्रेम कुमार धूमल और राज्य स्तर के अन्य वरिष्ठ नेता कर रहे हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस के डॉ पुष्पेंद्र वर्मा अपने पिछले पांच वर्षों के दौरान किए गए कार्यों का ब्यौरा जनता को याद दिला रहे हैं और फिर से विजयी बनाने का आग्रह कर रहे हैं। इस सीट के लिए तीसरे और सबसे प्रसिद्ध और संभावित उम्मीदवार, आशीष शर्मा, जो एक बी.टेक इंजीनियर, चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और एक गाँव से दूसरे गाँव में जाकर जनता से समर्थन मांग रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान श्री शर्मा जनता से वादा कर रहे हैं कि चुनाव जीतने पर, बेरोजगारों के लिए रोजगार का प्रबंधन करेंगे, साथ ही अपने-अपने क्षेत्रों में विकासात्मक गतिविधियां भी मुहैया कराएंगे।