देश

हनुमान जयंती पर देवास से अयोध्या तक विशेष आयोजन, मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु, मनोकामना पूर्ति के लिए कर रहे विशेष उपाय

हनुमान जयंती का पर्व पूरे देश में भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन हिंदुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। भक्त अपने आराध्य की पूजा-अर्चना करते हैं और विभिन्न आयोजनों के माध्यम से अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं।

हनुमान जयंती का पर्व पूरे देश में भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन हिंदुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। भक्त अपने आराध्य की पूजा-अर्चना करते हैं और विभिन्न आयोजनों के माध्यम से अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं।

इस बार हनुमान जयंती शनिवार को पड़ने से भक्तों को हनुमान जी और शनिदेव दोनों का आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। मंदिरों में विशेष पूजा, महाआरती, भंडारे और शोभायात्राओं ने उत्सव को और भव्य बना दिया है। देशभर के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है और हर तरफ जय श्री राम और जय हनुमान के जयकारे गूंजते रहे हैं।

मध्य प्रदेश के देवास में हनुमान जयंती का उत्सव खास रहा। शहर के श्री खेड़ापति मारुति मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। यह मंदिर एमजी रोड पर स्थित है और इसे ढाई से तीन सौ वर्ष पुराना माना जाता है। सुबह छह बजे मंदिर में महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने हिस्सा लिया। मंदिर को फूलों से सजाया गया और भगवान हनुमान को चोला चढ़ाया गया।

मंदिर के पुजारी दर्शन उपाध्याय और तृप्तेश उपाध्याय ने बताया कि यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना पूरी होती है। दिनभर मंदिर में विशेष पूजन और अनुष्ठान होते रहे। पुजारी दक्षेश कुमार उपाध्याय ने कहा कि हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर हनुमान जी का भव्य श्रृंगार किया गया और सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। उन्होंने सभी से मंदिर में दर्शन करने की अपील की। देवास के अन्य हनुमान मंदिरों में भी भक्ति का माहौल रहा। भक्तों ने हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ किया और भंडारों में हिस्सा लिया।

मध्य प्रदेश के मैहर में हनुमान जयंती के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने एक भव्य शोभायात्रा निकाली। यह परंपरागत यात्रा नवरात्रि समापन के बाद आयोजित की गई। यात्रा बड़ा अखाड़ा से शुरू हुई, जो मां शारदा का धार्मिक केंद्र माना जाता है। वहां से यह किला और शहर के प्रमुख मार्गों जैसे पुरानी बस्ती और कटरा बाजार से गुजरी।

शोभायात्रा में संत समाज, मैहर विधायक श्रीकांत चतुर्वेदी, नगर पालिका अध्यक्ष गीता संतोष सोनी, बजरंग दल और भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। हजारों श्रद्धालुओं ने भी इस यात्रा में हिस्सा लिया। जगह-जगह स्थानीय लोगों ने फूल बरसाकर यात्रा का स्वागत किया। जय श्री राम के नारों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सेवा प्रमुख अनुराग मिश्रा ने बताया कि हर साल रामनवमी और हनुमान जयंती पर ऐसी शोभायात्राएं आयोजित की जाती हैं। यह आयोजन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और नगरवासियों ने इसकी सराहना की।

अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में भी हनुमान जयंती का भव्य उत्सव देखने को मिल रहा है। सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। भक्त अपने आराध्य के दर्शन और पूजन के लिए उत्साहित दिखे। मंदिर को फूलों और रंगोली से सजाया गया था। भक्तों ने हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ किया। कई स्थानों पर भंडारों का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर परिसर में जय हनुमान के जयकारे गूंजते रहे।

हनुमान जयंती पर भक्तों ने कई विशेष उपाय भी किए। मान्यता है कि इस दिन हनुमान चालीसा का सात या ग्यारह बार पाठ करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सुंदरकांड का पाठ भी हनुमान जी को प्रसन्न करने का प्रभावी तरीका माना जाता है। भक्तों ने हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाया। रामायण की कथा सुनने और भंडारा आयोजित करने की परंपरा भी निभाई गई। इन उपायों से भक्तों ने बजरंग बली की कृपा प्राप्त करने की कामना की।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
× How can I help you?