सरकार की जो उपलब्धियां गिनाई, वे जमीनी हकीकत कम और हवा हवाई ज्यादा हैं’, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलीं मायावती
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने केन्द्र सरकार की पिछले 10 वर्षों की जो उपलब्धियां गिनाई हैं, वे जमीनी हकीकत में बहुत कम तथा हवाहवाई ज्यादा हैं।
बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में राष्ट्रपति द्वारा केंद्र सरकार की गिनाई गई उपलब्धियां को हवाहवाई बताया है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने केन्द्र सरकार की पिछले 10 वर्षों की जो उपलब्धियां गिनाई हैं, वे जमीनी हकीकत में बहुत कम तथा हवाहवाई ज्यादा हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”आज राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए जो केन्द्र सरकार की पिछले 10 वर्षों की उपलब्धियां गिनाई है तो वो जमीनी हकीकत में बहुत कम तथा हवा-हवाई ज्यादा है।”
बसपा प्रमुख ने अपने सिलसिलेवार पोस्ट में कहा, ”साथ ही केंद्र सरकार देश में आयदिन बढ़ रही गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई तथा कमजोर वर्गों की समस्याओं को भी लेकर कतई गंभीर नहीं है। इनके आगे के 5 वर्षों के रोडमैप में भी कोई खास दम नहीं है।”
इसी तरह एक अन्य पोस्ट में मायावती ने कहा कि ”बेहतर होगा कि राष्ट्रपति जी के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर सांसदों को केवल आरोप व प्रत्यारोप लगाने की बजाय बल्कि जनहित के जरूरी मामलों में सरकार का ध्यान जरूर आकर्षित कराना चाहिये।”
राष्ट्रपति का अभिभाषण
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को 18वीं लोकसभा में पहली बार दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण में कहा कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, पिछले दस साल में आठ प्रतिशत की दर से औसत विकास हुआ है जबकि यह कोई सामान्य काल नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘यह विकास दर विश्व के विभिन्न हिस्सों में वैश्विक महामारी और संघर्ष के बीच हासिल की गयी है। यह पिछले दस वर्ष में सुधारों का परिणाम है। अकेले भारत ने वैश्विक विकास में 15 प्रतिशत का योगदान दिया है। मेरी सरकार भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम कर रही है।”