चंडीगढ़। कांग्रेस की स्टियरिंग कमेटी की सदस्य कुमारी सैलजा ने रविवार को आरोप लगाया कि हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के संरक्षण में 82 करोड़ रुपये का गेहूं घोटाला हुआ है।
उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल और फतेहाबाद जिलों में गोदामों में रखे गेहूं का खराब होना कोई संयोग नहीं है और इसे सोची-समझी साजिश के तहत ही खराब दिखाया गया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि गोदामों में भरे बढ़िया गेहूं काे आपसी मिलीभगत कर ओपन मार्केट में बेचा गया। बाद में इसकी जगह पर खराब गेहूं और मिट्टी को रखवा दिया गया, ताकि यह साबित किया जा सके कि गेहूं चोरी करके बाहर नहीं बेचा गया है, बल्कि गोदाम में रखा हुआ ही खराब हो गया।
कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि गेहूं के इस घोटाले में गठबंधन सरकार से जुड़े कुछ लोगों के शामिल होने की सूचना भी मिल रही है और इन लोगों को बचाने के लिए ही कैथल में 22 करोड़ रुपये का अनाज खराब होने की वजह प्राकृतिक बताई गई है। उन्हाेंने आरोप लगाया कि कैथल की रिपोर्ट के अनुसार ही कुरुक्षेत्र, करनाल और फतेहाबाद जिले की रिपोर्ट भी तैयार कर ली जाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि गेहूं का सीजन जाते ही इसके दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी होने लगती है। ऐसे में भंडारण से जुड़े कर्मचारी और अधिकारी कोशिश करते हैं कि गोदाम में रखा गेहूं किसी प्राइवेट प्लेयर के साथ मिलकर ओपन मार्केट में बेच दिया जाए। उन्होंने इस ‘घोटाले‘ की जांच पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से करवाने की मांग की।