समय पर आने के बावजूद डॉक्टरों ने नहीं किया शव का पोस्टमार्टम, परिजनों ने की सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत
हरदा से इंदौर पहुंचे एक व्यक्ति की जलने से इलाज के दौरान मौत हो गई थी जिसका पोस्टमार्टम इंदौर के जिला अस्पताल में किया जाना था। कल शाम 4:30 बजे जब परिजन शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचे तो पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने मना कर दिया जिसकी शिकायत परिजन ने आज सीएम हेल्पलाइन पर की है।
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर का जिला अस्पताल चर्चाओं में रहा है। कभी डॉक्टरों द्वारा समय पर पोस्टमार्टम नहीं किया जाता तो कभी कोई परेशानी। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है जहां हरदा से इंदौर पहुंचे एक व्यक्ति की जलने से इलाज के दौरान मौत हो गई थी जिसका पोस्टमार्टम इंदौर के जिला अस्पताल में किया जाना था। कल शाम 4:30 बजे जब परिजन शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचे तो पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने मना कर दिया जिसकी शिकायत परिजन ने आज सीएम हेल्पलाइन पर की है।
दरअसल, पूरा मामला इंदौर के जिला अस्पताल का है। यहां पर एक परिवार कल शाम 4.30 बजे अपने परिजन का शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचा था। जहां पर डॉक्टरों ने समय का हवाला देकर पोस्टमार्टम करने के लिए मना कर दिया। परिवार रात भर जिला अस्पताल में बैठा रहा पर किसी ने उसकी सुध नहीं ली। इसी से परेशान होकर परिवार ने जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर कर दी। हरदा जिले के डुमरी का रहने वाला संतोष कुमार सुनार अंगूठी बना रहा था। तभी गैस लीकेज होने के चलते आग भड़की और वह बुरी तरह जल गया कई दिनों तक चोइथराम अस्पताल में भर्ती रहा जहां कल शाम को उसकी मौत हो गई।
परिजन शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचे परिजन का कहना है कि शाम 4.30 बजे तक अस्पताल पहुंच गए। डॉक्टर से मिन्नते की लेकिन सभी समय हो जाने का हवाला देते हुए घर चले गए सुनार का शव रात भर मर्चुरी के रूप में पड़ा रहा परिजन भी बाहर बैठे बैठे सिस्टम को कोसते रहे लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने जिला अस्पताल में सुबह 9 से शाम 6:00 बजे तक शव प्रशिक्षण का समय रखा है। 180 किलोमीटर दूर रहने वाले व्यक्ति के शव का पोस्टमार्टम नहीं कर परिजन को जिला अस्पताल के डॉक्टर ने परेशान किया। परिजनों का सब्र का बांध टूटा और उन्होंने डॉक्टरों की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर कर दी। अब देखना होगा कि इसकी शिकायत का निराकरण कैसे किया जाता है।