श्री शनि मंदिर में हर शनिवार को लगता है श्रद्धालों का तांता, श्रद्धालू कराते हैं विशेष भंडारों का आयोजन
हस्तिनापुर। कस्बे के जम्बूद्वीप रोड़ पर स्थित गंगनहर से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित शनि मंदिर में हर शनिवार को उमड़ता है। भक्तों का जनसैलाब मनोकामनाएं सिद्ध होने पर भक्तगण कराते हैं विशेष भंडारों का आयोजन। मंदिर के महंत अनिल अनंत ब्रह्मचारी ने बताया कि शनि देव की शिला को महाराष्ट्र के श्री शनि शिंगणापुर से लाकर वर्ष 2000 में विधि विधान से मंदिर प्रांगण में स्थापना दशहरे के पुण्य पर्व के दिन की गई थी। उन्होंने आगे बताया कि जिन लोगों की यहां मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं वे हर शनिवार को भंडारे करते हैं।
अनिल अनंत ब्रह्मचारी ने बताया कि यहां पर जो श्री द्रोपदेश्वर भगवान का मंदिर स्थापित है वो प्राचीन काल से ही यहां स्वयंभू शिवलिंग के रूप में स्थापित हैं। यहां पर प्राचीन काल के यहां पर पुराने धुन साहब से जो थे उन्हीं को धीरे धीरे इकट्ठा करके सात मंदिरों का निर्माण किया गया है। जिनमें जयंती माता,प्राचीन हनुमान मंदिर, द्रोपदी मंदिर,श्री शनि मंदिर आदि का निर्माण कराया गया था। आज पूरे भारतवर्ष से हस्तिनापुर घूमने आने वाले भक्तों के साथ साथ स्थानीय लोगों द्वारा भी पवित्र शनि मंदिर से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है।