मोरना। तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया। जिसमें कन्हैया जी के बाल रूप को पालकी में बैठाकर उन्हें झुलाया गया। इस दौरान मिठाई का प्रसाद बांटा गया।
प्रसिद्ध श्री शुकदेव आश्रम स्थित राधा-कृष्ण मंदिर, हनुमद्धाम, दंडी आश्रम व श्री गौडीय मठ में श्री राधा रास बिहारी श्री जगन्नाथ मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया। जिसमें स्वामी भक्ति भूषण महाराज ने विधि-विधान से पूजन कर शंखनाद किया। महामंडलेश्वर स्वामी केशवानंद महाराज ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी। पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण हमारी भारतीय संस्कृति की जीवन धारा के शाश्वत प्रतीक है। श्री कृष्ण स्वयं कर्मयोगी है उनके जीवन से मानव को कर्म करने की शिक्षा मिलती है। भगवान श्री कृष्ण भारतीय संस्कृति के रक्षक पोषक एवं आदर्श है।
कथा व्यास आचार्य सुमन कृष्ण ने विधि- विधान से पूजन सम्पन्न कराया। इस अवसर पर राजस्थान ,मध्यप्रदेश से पधारे भक्तों ने भाव से भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में धीरेन्द्र मिश्रा , दीपक शर्मा ,आचार्य युवराज , ठाकुर प्रसाद, प्रदीप कुमार आदि मौजूद रहे। इसके अलावा मां अन्नपूर्णा गिरी आश्रम,महाशक्ति सिद्ध पीठ आश्रम,तिलकधारी आश्रम में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया।
भोकरहेड़ी के सेठोवाला मन्दिर में भव्य सजावट की गयी। पालीवाल परिवार द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की भव्य झांकियों को प्रस्तुत किया गया। भोपा लाल पिण्डी शिव मन्दिर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।