मोरना : तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में बह रही बाण गंगा का जल घटता जा रहा है। गंगा घाट पर स्नान को लेकर श्रद्धालुओं को परेशानी होने लगी है और दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालु गंगा स्नान किए बगैर ही लौटने लगे है। गंगा में नौका विहार बंद हो गया है। जिससे नगरी के साधु-संतों, दुकानदारों, पुजारियों एवं श्रद्धालुओं में रोष है।
तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में गंगा का जल स्तर तेजी से घट रहा है। श्रद्धालुओं को गंगा घाट पर स्नान करने में परेशानी उठानी पड़ रही है और दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले अनेक श्रद्धालु गंगा स्नान किए बगैर ही लौटने लगे है। गंगा में जल स्तर घटने से गंगा में नौका विहार का संचालन बंद हो गया है और श्रद्धालु मायूस होकर लौटने लगे है। मोटर बोट संचालक जितेन्द्र, परमीत, प्रमोद, धर्मेन्द्र, नीटू, शिव कुमार, दीपक, रामकुमार आदि का कहना कि गंगा में जल स्तर घटने से उनका रोजगार भी बंद हो गया। गंगा घाट के पंडित पुरोहित भी खाली बैठे रहते है। 22 जुलाई 2023 को नगरी के पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज व गोरधन दास महाराज की मौजूदगी में साधु-संतों की मांग पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुकतीर्थ नगरी में गंगा घाट पर पहुंचकर विधि-विधान से पूजन कर सिचाई एवं जल संसाधन विभाग की जलधारा वृद्धि परियोजना का बटन दबाकर शुभारंभ किया था, लेकिन परियोजना का असर नही हो पाया और गंगा का जल स्तर तेजी से घट रहा है। गंगा घाट पर स्नान को लेकर श्रद्धालुओं को परेशानी होने लगी है और दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालु गंगा स्नान किए बगैर ही लौटने लगे है। गंगा में नौका विहार बंद हो गया है। जिससे नगरी के साधु-संतों, दुकानदारों, पुजारियों एवं श्रद्धालुओं में रोष है।