सरसावा। राजकीय नर्सिंग काॅलेज में मंगलवार को विश्व कुष्ठ दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमंे प्रथम स्थान नबिया खान, महिमा एवं रश्मि तिवारी ने हासिल किया। नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने लोगों को जागरूक करने के लिए सफाई अभियान और रैली निकालकर स्वच्छता का महत्व बताया।
नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर कमलेश दीक्षित ने नर्सिंग छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कुष्ठ एक संक्रामक रोग है जो विशेषकर हाथ-पैर या त्वचा पर गंभीर विकृत घाव का कारण बनता है, कुछ लोगों में ये तंत्रिकाओं की क्षति का कारण भी बनता है। कुष्ठ रोग सदियों से चली आ रही बीमारी है, लेकिन यह बहुत संक्रामक नहीं होता है। अनुपचारित कुष्ठ रोग से पीड़ित किसी व्यक्ति की नाक और मुंह से निकलने वाली बूंदों के निकट और बार-बार संपर्क में आने के कारण ही इसका संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। व्यस्कों की तुलना में बच्चों में कुष्ठ रोग होने की आशंका अधिक होती है।
अशोक कुमार एवं जयेंद्र नारोलिया ने छात्र-छात्राओं को विश्व कुष्ठ दिवस के अवसर पर कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग एक लाईलाज बीमारी नहीं है यदि इसका समय से ईलाज हो जाऐ तो इस पर काबू पाया जा सकता है। उप प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र शर्मा, सत्यवीर सिंह, सर्वेंद्र प्रताप, सुरेन्द्र शर्मा, निधि, अनिंदिता, निमिषा चैबे, प्रज्ञा चतुर्वेदी आदि स्टाॅफ मौजूद रहा।