लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिशासी अभियंता को गंंभीर वित्तीय अनियमितता के आरोप में निलंबित चल रहे अधिशासी अभियंता को बर्खास्त कर दिया, साथ ही 77 लाख रुपये से अधिक की गबन की राशि उक्त अधिकारी से वसूलने के भी आदेश दिये हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने शनिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि झांसी स्थित बेतवा नहर परियोजना में तैनात अधिशासी अभियंता को गंभीर वित्तीय अनियमितता के आरोप जांच में सही पाये जाने पर बर्खास्त किया गया है। सरकार के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि झांसी प्रखंड में तैनात अधिशासी अभियंता संजय कुमार को सेवा से हटाये जाने का आदेश पारित किया गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्वीट में बताया गया कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार वित्तीय अनियमितता से जुड़ी राशि 77 लाख 41 हजार 130 रुपये उक्त अधिकारी से वसूल भी की जायेगी। गाैरतलब है कि झांसी प्रखंड में बेतवा नहर, झांसी में तैनात कुमार को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। निलंबन के दौरान आरोपों की जांच किये जाने पर उन्हें उक्त राशि के व्यय में गंभीर अनियमितता बरते जाने का दोषी पाये जाने पर सेवा से हटाये जाने का आदेश जारी हुआ है।
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल 25 मार्च को शुरु होने के बाद पिछले एक महीने में भारतीय प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा और वाणिज्यिक सेवा के लगभग आधा दर्जन आला अधिकारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार सहित अन्य आरोपों में निलंबन की कार्रवाई हो चुकी है। इनमें कन्नौज के जिलाधिकारी को अवैध खनन को रोकने में नाकामी के आरोप में जबकि गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार नहीं ला पाने के आरोप में निलंबित किया जाना शामिल है।