योगी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा देश के इतिहास का सबसे नकारात्मक: अखिलेश यादव
समाज में नफरत फैला रही है। मुख्यमंत्री जी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे' नारा भारतीय इतिहास का सबसे नकारात्मक है। यह असंवैधानिक नारा है।''
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे को ‘असंवैधानिक’ और भारतीय इतिहास का सबसे नकारात्मक नारा करार देते हुए दावा किया कि इससे खुद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों के लोग किनारा कर रहे हैं और भाजपा की ‘डबल इंजन’ की सरकारें आपस में टकरा रही हैं। यादव ने कहा, ‘‘भाजपा समाज को बांट रही है। समाज में नफरत फैला रही है। मुख्यमंत्री जी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा भारतीय इतिहास का सबसे नकारात्मक है। यह असंवैधानिक नारा है।”
अखिलेश यादव ने दावा किया, ‘‘मुख्यमंत्री के नारे से भाजपा के लोग और उनके सहयोगी दल किनारा कर रहे हैं। नारे को लेकर भाजपा की डबल इंजन की सरकार आपस में टकरा रही है। मुख्यमंत्री जी का नारा अंग्रेजों के ‘फूट डालो राज करो’ जैसा नारा है। अंग्रेज तो चले गये लेकिन उनकी सोच वाले लोग उनके विचार को आगे बढ़ा रहे हैं।” सपा प्रमुख ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए उनका नाम लिये बगैर कहा, ‘‘वस्त्रों से कोई योगी नहीं बनता है। भाषा, व्यवहार और विचार से लोग योगी और संत बनते हैं।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी रैली में बांग्लादेश में हुई हिंसा में हिंदू समुदाय पर हुए अत्याचार का जिक्र करते हुए पहली बार ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा दिया था। उन्होंने यह नारा देते हुए हिंदुओं से एकजुट होने का आह्वान किया था। उसके बाद वह कई मौकों पर इस नारे का जिक्र कर चुके हैं। सपा अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘उपचुनाव में भाजपा सभी सीट हारने जा रही है। वह डरी हुई है। प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। सरकार जिलाधिकारियों से भाजपा जिलाध्यक्ष की तरह काम ले रही है। भाजपा लोगों को वोट डालने से रोकने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। यह जनता के वोट के अधिकार पर हमला है।”