यह युवाओं को छाप छोड़ने के लिए अच्छा मौक़ा है: हरमनप्रीत
झूलन गोस्वामी और शिखा पांडे की अनुपस्थिति में भारतीय युवा तेज़ गेंदबाज़ों के पास श्रीलंका दौरे पर अपनी छाप छोड़ने का पूरा मौक़ा होगा। मिताली राज के संन्यास लेने के बाद हरमनप्रीत कौर को पूर्णकालिक कमान दी गई है और उन्हें कोच रमेश पोवार के साथ कॉमनवेल्थ गेम्स और टी20 विश्व कप के लिए टीम तैयार करना है।
मुम्बई। झूलन गोस्वामी और शिखा पांडे की अनुपस्थिति में भारतीय युवा तेज़ गेंदबाज़ों के पास श्रीलंका दौरे पर अपनी छाप छोड़ने का पूरा मौक़ा होगा। मिताली राज के संन्यास लेने के बाद हरमनप्रीत कौर को पूर्णकालिक कमान दी गई है और उन्हें कोच रमेश पोवार के साथ कॉमनवेल्थ गेम्स और टी20 विश्व कप के लिए टीम तैयार करना है।
भारतीय स्पिन विभाग में दीप्ति शर्मा, पूनम यादव और राजेश्वरी गायकवाड़ जैसे अनुभवी नाम हैं, लेकिन तेज़ गेंदबाज़ी में टीम के पास पूजा वस्त्रकर, मेघना सिंह, रेणुका सिंह और सिमरन बहादुर जैसे युवा चेहरे हैं।
श्रीलंका रवाना होने से पहले वर्चुअल प्रेस कॉन्फ़्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए हरमनप्रीत ने कहा, “यह सही समय है कि हमारी युवा गेंदबाज़ी इकाई ज़िम्मेदारी ले और यह सीरीज़ उनके लिए एक अच्छा मौक़ा है। मेरे लिए यह अच्छा मौक़ा है कि मैं एक अच्छी टीम तैयार करूं। यह हमारे लिए एक आसान दौरा नहीं होगा। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम मैदान पर योजनाओं को अमली-जामा पहनाएं।”
कोच पोवार ने कहा, “यह बदलाव का दौर है और युवा खिलाड़ियों को जगह पक्की करने के लिए आपको उन्हें पर्याप्त मौक़ा देना होगा। एक कोच के रूप में हमें उन्हें हर तरह की तकनीकी सहायता देनी होगी ताकि वह किसी भी परिस्थिति में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखा सकें। यह खिलाड़ियों के लिए भी सही समय है कि वे आगे आकर अच्छा प्रदर्शन करें और मौक़े का फ़ायदा उठाएं। जहां तक तेज़ गेंदबाज़ी का सवाल है, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मेघना और रेणुका ने अच्छा प्रदर्शन किया था। पूजा वस्त्रकर पिछले छह महीने से हमारी तरफ़ से शानदार रही हैं। हालांकि परिणाम आने में थोड़ा सा और समय लगेगा। जहां तक झूलन और शिखा का सवाल है, तो फ़िलहाल वे टीम के साथ नहीं हैं तो उनकी फ़िटनेस के बारे में आपको बीसीसीआई से ही पूछना होगा, वहीं स्नेह राणा को आगामी व्यस्त शेड्यूल देखते हुए आराम दिया गया है।”
पवार ने आगे कहा, “राणा फ़िलहाल एनसीए में हैं और अपनी फ़िटनेस पर काम कर रही हैं। इस बार के फ़्यूचर टूर प्रोग्राम (एफ़टीपी) में हमारे पास 20-25 टी20 मैच और कुछ वनडे सीरीज़ हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि वह आगे आने वाले सीरीज़ के लिए फ़िट रहें। हम बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ों, दोनों का वर्कलोड संतुलित करने की कोशिश कर रहे हैं।”
यह मार्च के बाद भारतीय महिलाओं की पहली अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ है। यह पहला मौक़ा भी होगा जब पिछले दो दशक में मिताली राज टीम का हिस्सा नहीं होंगी और हरमनप्रीत टी20 के साथ-साथ वनडे मैचों की भी कमान संभालेंगी। उन्होंने कहा, “अब शायद मेरे लिए चीज़ें और आसान होंगी क्योंकि हमारे विचार अलग-अलग थे। अब खिलाड़ियों की भी अपनी भूमिका के बारे में स्पष्टता होगी कि एक कप्तान के रूप में मैं उनसे क्या चाहती हूं।”
उन्होंने कहा, “कॉमनवेल्थ गेम्स और टी20 विश्व कप को देखते हुए हम अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम खिलाएंगे और उन्हें अधिक से अधिक मैच देंगे। वहीं वनडे मैचों में हमारे लिए यह तैयारी का समय है इसलिए हम वहां अधिक खिलाड़ियों को मौक़ा देंगे।” गौरतलब है कि अगला महिला वनडे विश्वकप 2022 में होना है।
भारत को श्रीलंका में तीन टी20 अंतर्राष्ट्रीय और तीन वनडे मैच खेलना है।