महाविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के शुभारंभ होने पर किया यज्ञ का आयोजन
महाविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के शुभारंभ होने की पूर्व बेला पर महाविद्यालय की यज्ञशाला में एक यज्ञ का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के शुभारंभ होने की पूर्व बेला पर महाविद्यालय की यज्ञशाला में एक यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में मुख्य यज्ञमान डाॅ0 रश्मि निगम-विभागाध्यक्षा-पादप रोग विज्ञान रहीं तथा श्री शिवपाल-विभागाध्यक्ष-संस्कृत यज्ञ के ब्रम्हा रहें। यज्ञ में महाविद्यालय के प्राचार्य-प्रो0 जय कुमार सरोहा, श्री योगेन्द्र सिंह सोलंकी-सचिव, प्रबन्ध समिति, श्री बुद्ध सिंह-उपाध्यक्ष, श्री श्योदान तोमर-उपमंत्री, डाॅ0 महक सिंह-कोषाध्यक्ष, श्री देवेन्द्र सिंह-सदस्य, श्री सतेन्द्रपाल-सदस्य, आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक डाॅ0 प्रताप चैधरी, मुख्य नियन्ता डाॅ0 विनय कुमार, कार्यालय अधीक्षिका डाॅ0 पूनम मलिक, गुलबीर सिंह, सोविन्द्र मलिक, शशिकान्त, सुधीर, डाॅ0 मालती, श्री रवि शंकर आदि सहित उपस्थित रहें।
यज्ञोपरान्त श्री योगेन्द्र सिंह सोलंकी-सचिव, प्रबन्ध समिति ने महाविद्यालय नवनियुक्त 25 प्राध्याकों के साथ-साथ सभी वरिष्ठ एवं कनिष्ठ प्राध्यापको को शपथ दिलायी कि वे महाविद्यालय में अपना कार्य पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ सम्पादित करें और कोई ऐसा कार्य नहीं करेंगे, जिससे महाविद्यालय की गरिमा को ठेस पहुंचे।
यज्ञ के उपरान्त महाविद्यालय प्रबन्ध समिति एवं आई.क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वाधान में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्रपाल सिंह एवं प्राचार्य तथा आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक सहित शिक्षक एवं शिक्षिका उपस्थित रहे। बैठम में आई.क्यू.ए.सी. द्वारा 05 वर्ष की जमा की गयी रिपोर्ट का विश्लेषण किया गया तथा नये शैक्षिक सत्र 2022-23 के विभिन्न योजनाओं पर विचार विमर्श किया गया एवं महाविद्यालय में वैदिक अनुसंधान केन्द्र की स्थापना पर विचार, महाविद्यालय कृषि संकाय के द्वारा किसानों के लिए एडवाइजरी जारी करायेगा। बैठक में बोलते हुए अध्यक्ष प्रबन्ध समिति श्री वीरेन्द्रपाल सिंह ने कहा कि प्रबन्ध समिति महाविद्यालय का नैक कराने हेतु प्रतिबद्ध है, महाविद्यालय को प्रबन्ध समिति से जो भी अपेक्षायें हैं वे पूर्ण की जायेगी। बैठक को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय प्राचार्य प्रो0 जय कुमार सरोहा ने कहा कि महाविद्यालय में अनुशासन एवं शिक्षा की उत्कृष्टता बनाये रखना महाविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य है। आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक डाॅ0 प्रताप चैधरी ने कहा कि महाविद्यालय में नैक से सम्बन्धित जो भी विषय आई.क्यू.ए.सी. के सम्मुख आयेगा उसे प्रतिबद्धता के साथ पूर्ण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में नवनियुक्त 25 शिक्षकों को लेकर एक विस्तृत समिति बनायी गयी है, जिससे नैक कार्यो को समय से पूर्ण किया जा सके। बैठक के उपरान्त महाविद्यालय में आई.क्यू.ए.सी. के नये कार्यालय का उद्घाटन महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्रपाल सिंह एवं प्राचार्य, तथा आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक के द्वारा किया गया।