सरसावा। अंबाला रोड़ स्थित श्री वीर सेवा मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में सैनी समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों के अलावा अन्य समाज के लोगों ने महाराजा भगीरथ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर पुष्प अर्पित किये। चेयरमैन प्रतिनिधि राजू पंवार व प्रधान अरविंद सैनी ने कहा कि महाराजा भगीरथ की तपस्या से ही इस पृथ्वी पर गंगा का अवतरण हुआ। हम सबका कर्तव्य बनता है कि गंगा को प्रदूषित होने से बचाए। उन्होंने कहा कि महाराजा भगीरथ अयोध्या के इक्ष्वाकु सूर्यवंशी राजा थे। वह अंशुमान के पौत्र और राजा दिलीप के पुत्र थे। अंशुमान अपने पुत्र दिलीप को राज्य भार सौंप कर गंगा को पृथ्वी पर लाने की चिंता में ग्रस्त थे। उन्होंने घोर तपस्या करते हुए शरीर त्याग किया। राजा दिलीप गंगा को पृथ्वी पर लाने का कोई मार्ग नहीं सोच पाए और बीमार होकर स्वर्ग सिधार गए। भगीरथ के सामने अपने पितामह का वचन और पिता का तप था। उन्होंने अपनी कठिन साधना और घोर तपस्या के बल पर भगवान शिव को प्रसन्न कर लिया। वह गंगा को पृथ्वी पर लाने में सफल हुए। उन्होंने कहा कि हमें महाराज भगीरथ के वंशज होने पर गर्व है। उन्होंने समाज के लोगों को उनके आदर्शों पर चलने के लिए आह्वान किया। प्रधान अरविंद सैनी, चेयरमैन प्रतिनिधि राजू पंवार, सभासद अशोक सैनी, अनिल सैनी, राजेंद्र सैनी, मेहर सिंह, योगेश सैनी, राजेंद्र सैनी, अशोक सैनी, राजन सैनी आदि मौजूद रहे।