बागपत। भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 उतार कर इतिहास रच दिया। बुधवार को शाम 6 बजकर चार मिनट पर यान चंद्रमा की सतह पर उतरने में सफल रहा। भारत की इस महान उपलब्धि पर सेंट एंजेल्स पब्लिक स्कूल में छात्र-छात्राओं व शिक्षकों-शिक्षिकाओं में खुशी का माहौल रहा।
इस ऐतिहासिक अवसर पर स्कूल कैंपस में विशेष असेंबली का आयोजन किया गया। इस अवसर के लिए कक्षा 9 के छात्र-छात्राओं द्वारा इसरो के प्रक्षेपण रॉकेट एव विक्रम लैंडर के मॉडल बनाए गये। बच्चों ने तिरंगे लेकर एवं विक्रम मॉडल के साथ कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस अवसर पर प्रबंधक अजय गोयल ने कहा कि भारत चंद्रमा के अभेद्य दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। भारतीय वैज्ञानिकों की इस महान सफलता ने हर भारतीय को गोरांवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को अधिक से अधिक साइंस व गणित में रुचि लेनी चाहिए, ताकि वह भी एक दिन इसरो में पहुंचकर देश का नाम ऊंचा करें। कार्यक्रम में अविका, रितिका, वाणी, प्रतीक्षा, यशवी, अवनी, आंचल, रिया, वैष्णवी, माही, अंबुज, सर्वेश, आदित्य, अभिनव, शौर्य, हार्दिक, अर्णव, अनमोल, अंश, चिराग, मयंक, निशांत, युवराज आदि छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में शिवम, अमन, विक्रांत, कुलदीप, अमित, अभिषेक, शिखा, ज्योति, शोभा, राजीव, बबलेश आदि शिक्षक व शिक्षिकाओं का विशेष सहयोग रहा।