बाल दिवस पर ‘मासूम’ की उर्मिला मातोंडकर की सलाह- अपने अंदर के बच्चे को जिंदा रखें
बाल दिवस के अवसर पर अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने अपने बचपन की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की। उन्होंने कहा कि हमें अपने अंदर के बच्चे को जिंदा रखना चाहिए।
बाल दिवस के अवसर पर अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने अपने बचपन की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की। उन्होंने कहा कि हमें अपने अंदर के बच्चे को जिंदा रखना चाहिए। उर्मिला मातोंडकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो मोंटाज शेयर किया, जिसमें उनके बचपन की कई तस्वीरें हैं। इनमें से कुछ में उनके साथ अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और रेखा भी नजर आ रहे हैं। बचपन से लेकर बड़े होने तक की तस्वीरों की सीरीज के अंत वाली तस्वीर में उर्मिला फिल्म इंडस्ट्री के लोकप्रिय गीतकार गुलजार के साथ गले मिलते हुए नजर आ रही हैं।
वीडियो को शेयर कर अभिनेत्री ने कैप्शन में लिखा “अपने अंदर के बच्चे को हमेशा जिंदा, सुरक्षित रखें! खैर कहना आसान है, करना मुश्किल। इसके लिए यहां मेरी कुछ युक्तियां हैं। कम आलोचनात्मक बनें, बिना किसी डर के प्यार करें, अपनी कमजोरियों को स्वीकार करें और उनकी रक्षा करें और सबसे बढ़कर खुद से प्यार करें, बाल दिवस की शुभकामनाएं दोस्तों।“
“सदाबहार और लगभग अलौकिक गीत के लिए भारत का हर बच्चा जिस व्यक्ति का ऋणी है, उसके साथ आखिरी और सबसे कीमती तस्वीर देखना न भूलें गुलजार साहब।”
“लकड़ी की काठी” गाना 1983 में रिलीज हुई फिल्म ‘मासूम’ का है। गौरी बापट, गुरप्रीत कौर और वनिता मिश्रा द्वारा गाए गए इस ट्रैक को उर्मिला मातोंडकर, आराधना श्रीवास्तव और जुगल हंसराज पर फिल्माया गया था। यह गाना बच्चों के बीच आज भी लोकप्रिय है।
शेखर कपूर द्वारा निर्देशित ड्रामा फिल्म मासूम 1980 के एरिक सेगल के उपन्यास ‘मैन वूमन एंड चाइल्ड’ पर बनी है। फिल्म में तनुजा, सुप्रिया पाठक और सईद जाफ़री के साथ नसीरुद्दीन शाह और शबाना आज़मी मुख्य भूमिकाओं में हैं। इसमें जुगल हंसराज, आराधना और उर्मिला बाल कलाकार के रूप में हैं।
1977 में ‘कर्म’ के साथ उर्मिला ने एक बाल कलाकार के रूप में शुरुआत की थी। बाद में बतौर मैच्योर एक्ट्रेल फिल्म जगत को कई शानदार फिल्में दीं, जिसमें नरसिम्हा, ‘रंगीला’, ‘जुदाई’, ‘प्यार तूने क्या किया’, ‘भूत’, ‘पिंजर’ जैसी फिल्में शामिल हैं।