बेंगलुरु। कर्नाटक में गर्मी का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है और कोरोना की चौथी लहर शुरू होने की आशंका के बीच सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी बढ़ाये जाने की संभावना है।
कर्नाटक ने इस सीजन में तापमान रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच गयी है। इसी बीच कोविड की चौथी लहर का डर भी शुरू हो रहा है। देशभर में कोरोना की चौथी लहर चल रही है। इस कारण स्कूल शुरू होने से पहले अभिभावकों में भी तनाव शुरू हो चुका है।
शिक्षा विभाग ने 16 मई से चालू शैक्षणिक वर्ष शुरू करने का निर्देश दिया है। स्कूलों को बच्चों की पढ़ाई में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने 16 मई से 15 जून तक स्कूलों को एक महीने की अवधि के लिए ‘सेतु बंदा’ नामक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। बच्चों का नामांकन 16 मई से शुरू होकर 31 जुलाई तक खत्म होगा।
स्कूलों को जल्द खोलने के शिक्षा विभाग के सुझाव पर अभिभावकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया आई है। कहा जा रहा है कई माता-पिता ने कहा है कि स्कूल शुरू होने पर भी हम बच्चों को नहीं भेजेंगे। सबसे पहले स्कूल शुरू होने की तारीख बदली जानी चाहिए।
ऐसे में गर्मी की छुट्टियां जून तक जारी रहने की संभावना है। कर्नाटक में अप्रैल की शुरुआत से ही गर्मी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। तटीय कर्नाटक सहित राज्य के सभी हिस्सों में इस भीषण गर्मी हवा के प्रभाव के कारण तापमान बढ़ रहा है। तापमान अधिक होने के कारण माता-पिता अपने बच्चों को घर से बाहर भेजने से कतरा रहे हैं। इसलिए गर्मी की छुट्टियों को जून की शुरुआत तक टालने की मांग की जा रही है।
राज्य के शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने कहा, “स्कूल 16 मई से शुरू हो रहे हैं। कोविड की चौथी लहर का डर है कि यह जून और जुलाई में चरम पर पहुंच जाएगा।”