बागपत,बड़ौत। लोहड्डा गांव के पास इकोनॉमिक कॉरिडोर निर्माण में खोदे गए गड्ढों में डूबकर दो बच्चों की मौत के मामले में लापरवाह राज श्यामा कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कार्रवाई शुरू हो गई है। एडीएम पंकज वर्मा की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद डीएम ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए एनएचएआई को पत्र भेज दिया है। वहीं निर्माण कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ बड़ौत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
लोहड्डा गांव के चार बच्चे निहाल, कुनाल, चांद और लविश इकोनॉमिक कॉरिडोर निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढों में भरे पानी में पिछले सप्ताह डूब गए थे। इनमें से दो बच्चों चांद और लविश की मौत हो गई थी, जबकि दो बच्चे निहाल और कुनाल को ग्रामीणों ने बचा लिया था। इस मामले में डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने प्रथम दृष्टया राज श्यामा कंस्ट्रक्शन कंपनी की लापरवाही मानते हुए एडीएम पंकज वर्मा को जांच सौंपी थी।
एडीएम ने बृहस्पतिवार को अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। उनकी जांच रिपोर्ट में सामने आया कि इकोनॉमिक कॉरिडोर निर्माण कर रही राज श्यामा कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गड्ढे किए हुए हैं और उन गड्ढों को भरने के लिए कंपनी को कहा गया था। इसके बावजूद गड्ढ़े नहीं भरे गए। इसके अलावा वहां पीली पट्टी भी नहीं लगी थी। जब वह जांच करने पहुंचे तो उनको कर्मचारी पट्टी लगाते मिले। जहां कंपनी के अधिकारियों ने बरगलाने का प्रयास भी किया कि पट्टी पहले ही लगी हुई थी और वह गिर गई थी। इसके अलावा कंपनी की तरफ से तर्क दिया गया कि जिस जमीन में गड्ढा था, उस किसान को अभी मुआवजा नहीं मिला है, जिससे वह जमीन हमारे पास नहीं है। मगर इस तरह के कंपनी के तर्क को गलत माना गया। इस तरह दोनों बच्चों की मौत के मामले में कंपनी की लापरवाही सामने आई है। इसको देखते हुए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने एनएचएआई के अधिकारियों को कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। इसमें कंपनी पर जल्द कार्रवाई के लिए भी कहा गया है।