फिर भी एयर क्वालिटी इंडैक्स की ‘गुड कैटेगरी’ में नहीं आया पंजाब
पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा दीवाली वाले दिन पटाखों की वजह से हवा में कितना प्रदूषण फैला है, एक दिन के जारी आंकड़ों से पता चला कि पिछले साल के मुकाबले इसमें 16.4 प्रतिशत की कमी जरूर दर्ज हुई लेकिन पंजाब का ए.क्यू.आई. स्तर पूरी तरह ‘गुड’ सूची में शामिल नहीं हो पाया।
चंडीगढ़। पंजाब का एयर क्वालिटी इंडैक्स (ए.क्यू.आई.) दीवाली पर ‘खराब श्रेणी’ से निकल कर ‘गुड कैटेगरी’ में शामिल होने से रह गया। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा दीवाली वाले दिन पटाखों की वजह से हवा में कितना प्रदूषण फैला है, एक दिन के जारी आंकड़ों से पता चला कि पिछले साल के मुकाबले इसमें 16.4 प्रतिशत की कमी जरूर दर्ज हुई लेकिन पंजाब का ए.क्यू.आई. स्तर पूरी तरह ‘गुड’ सूची में शामिल नहीं हो पाया।
पर्यावरण मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बताया कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की लगातार कोशिशों और मुख्यमंत्री भगवंत मान की अपील के फलस्वरूप इस साल दीवाली वाले दिन पिछले सालों के मुकाबले वायु की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पिछले साल और 2020 में कोई भी शहर ए.क्यू.आई. की मध्यम श्रेणी में नहीं रहा जबकि इस साल 2 शहर (खन्ना और मंडी गोङ्क्षबदगढ़) ए.क्यू.आई. की मध्यम श्रेणी में रहे हैं जोकि 200 ए.क्यू.आई. के स्तर से नीचे गिरकर 188 व 189 पर पहुंच कर ‘गुड’ सूची में आ गए। विशेषज्ञों के मुताबिक इसे कोई खास उपलब्धि नहीं माना जा सकता। वजह, इन दोनों शहरों में लुधियाना, जालंधर, पटियाला और अमृतसर के मुकाबले जनसंख्या कम है।
उन्होंने कहा कि अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो पंजाब के 6 बड़े शहरों में पिछले साल दीवाली के दिनों (2020 और 2021) के मुकाबले इस साल दीवाली (2022) के दौरान ए.क्यू.आई. में बड़ी कमी देखने को मिली। दीवाली के अवसर पर पंजाब का औसत ए.क्यू.आई. 2021 में 268 (खराब) और 2020 में 328 (बहुत खराब) के मुकाबले इस साल 224 (खराब) रहा। प्रदूषण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस बार भी अमृतसर (262) में वायु प्रदूषण पंजाब के अन्य 5 शहरों के मुकाबले नंबर-एक की पोजीशन पर ही रहा। बेशक पिछले साल यह 303 और 2020 में 386 था। यानी अमृतसर में सबसे ज्यादा पटाखे चलाए गए। लुधियाना दूसरे नंबर पर है। लुधियाना में पटाखों की बिक्री इस बार जबरदस्त हुई है जिससे लगता था कि लुधियाना इस बार वायु प्रदूषण में सबसे ऊपरी स्तर पर रहेगा लेकिन लुधियाना के लोगों ने खरीदारी के बावजूद पटाखे चलाने में कंजूसी बरती जिससे महानगर ए.क्यू.आई. 257 दर्ज करता हुआ प्रदूषण फैलाने वाला तीसरा शहर रहा। पटियाला ए.क्यू.आई. स्तर 224 दर्ज करता हुआ पंजाब में चौथा सबसे अधिक पटाखे चलाने वाला शहर बना। इसी तरह खन्ना का ए.क्यू.आई स्तर 189 और मंडी गोबिंदगढ़ का 188 रहा।