प्रेस क्लब के अध्यक्ष समेत 3 पत्रकारों की सड़क हादसे में मौत, हादसे से 1 घंटे पहले लिखा था- ‘राम नाम सत्य है’
3 पत्रकारों की सलामतपुर के नजदीक भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई। घटना सोमवार रात 9 बजे घटी है। तीन मृतक पत्रकारों में विदिशा प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश शर्मा भी शामिल।
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के सलामतपुर के पास सोमवार रात को हुए भीषण सड़क हादसे में विदिशा प्रेस क्लब के अध्यक्ष समेत तीन पत्रकारों की दर्दनाक मौत हो गई है। घटना रामाखेड़ा जोड़ पर रात करीब साढ़े 9 बजे हुई। बताया जा रहा है कि, तीनों पत्रकार भोपाल में साप्ताहिक अखबार प्रकाशित करने के बाद विदिशा वापस लौट रहे थे। तभी एक अज्ञात ट्रक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। मृतकों में विदिशा प्रेस क्लब संघ के अध्यक्ष राजेश शर्मा भी शामिल हैं। घटना पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी दुख व्यक्त किया है।
ट्रक से टक्कर कितनी भीषण होगी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, जिस बाइक पर तीनों पत्रकार सवार थे, वो पूरी तरह से चकनाचूर हो गई है। वहीं, हादसे का शिकार दो के शव सड़क पर बिखरे पड़े थे, जबकि एक शव सड़क से करीब 20 फीट दूर पड़ा मिला है।
हादसे में जान गंवाने वाले विदिशा प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश शर्मा के तीन बच्चे हैं। सबसे छोटा बेटा एक साल का है वो अरिहंत विहार में रहते थे। एक अन्य पत्रकार सुनील शर्मा डंडापुरा में रहते थे। उनकी एक बेटी और एक बेटा है, पत्नी शिक्षक है। वहीं, मृतक नरेंद्र दीक्षित बंटीनगर क्षेत्र में रहते थे। घटना की जानकारी मिलते ही विदिशा से कई साथी पत्रकार और उनके मित्र घटना स्थल पर पहुंचे। सलामतपुर थाना प्रभारी देवेंद्र पाल के अनुसार, तीनों शवों को सांची अस्पताल भेजा गया है। तीनों की स्पॉट पर ही मौत हो गई थी। मौके पर बाइक मिली, जो बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं, टक्कर मारने वाले ट्रक चालक को बेरखेड़ी चौराहे के पास पकड़ लिया है।
सीएम ने जताया शोक
इस दर्दनाक हादसे पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्ति करते हुए दिवंगतों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है। साथ ही, उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए सहायता राशि देने का भी ऐलान कर दिया है। सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘विदिशा प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश शर्मा और पत्रकार साथी सुनील शर्मा एवं नरेंद्र दीक्षित के दुर्घटना में निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। दिवंगत श्री राजेश शर्मा जी, श्री सुनील शर्मा जी और श्री नरेंद्र दीक्षित जी का परिवार स्वयं को अकेला न समझें, दुःख की इस घड़ी में हम सब शोकाकुल परिवार के साथ हैं। राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए सहायता राशि प्रदान की जाएगी।’
एंबुलेंस लेट आई वरना बच जाती एक जान
हादसा भोपाल विदिशा रोड पर हुआ, उस समय विदिशा के सनातन हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह भी भोपाल से विदिशा आ रहे थे। रास्ते में उन्होंने दुर्घटना को देखा। शैलेंद्र सिंह के अनुसार, वो तीनों पत्रकारों को पहचान गए थे। उनके अनुसार, घटना के करीब पौन घंटा तक कोई एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची थी। अगर एंबुलेंस समय पर पहुंच जाती तो कम से कम नरेंद्र दीक्षित की जान तो बच सकती थी। उनके अनुसार, नरेंद्र दीक्षित घायल अवस्था में तड़प रहे थे और बचाने की गुहार लगा रहे थे। इस दौरान पुलिस भी घटना स्थल पर मौजूद थी। लेकिन वो भी उन्हें अपने वाहन से अस्पताल नहीं ले गई। शैलेंद्र के मुताबिक पुलिस बेबस खड़ी दिखाई दे रही थी, पुलिस के अधिकारी नशे में लग रहे थे। शैलेंद्र के अनुसार, मौके पर टूटे कांच पड़े थे, लेकिन टक्कर मारने वाला नहीं था। हमने अपने प्रयास से एंबुलेंस बुलवाई, जैसे तेसे तीनों को सांची अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन, वहां डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
हादसे से घंटे भर पहले फेसबुक पर लिखा, राम नाम सत्य है
प्रेस क्लब संघ के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने घटना से करीब एक घंटे पहले 8 बजकर 55 मिनिट पर फेसबुक पर पोस्ट कीथी, जिसमें उन्होंने लिखा था कि, व्यक्ति अकेला पैदा होता है, अकेला ही मर जाता है और वो अपने अच्छे और बुरे कर्मो का फल खुद ही भुगतता है। वो अकेले ही नरक या स्वर्ग जाता है। जय श्री राम। राम नाम सत्य है। ये लाइनें लिखने के बाद कुछ समय बाद राजेश हादसे का शिकार हो गए। उन्होंने पोस्ट में अपनी एक फोटो भी डाली जो भोपाल तालाब किनारे उन्होंने शायद उसी दिन खींची थी। इसी तरह सुनील शर्मा ने भी भोपाल तालाब किनारे खीचीं गई फोटो से अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदली थी।