हरियाणा-पंजाब को जोड़ने वाले शंभू बॉर्डर से किसान दिल्ली कूच मार्च फिर से शुरू कर दिया है. किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार हाई कोर्ट भी पहुंची है. शंभू और खनौरी बॉर्डर पर ट्रैक्टरों और ट्रालियों को इकट्ठा न होने की गुहार लगाई गई है. कहा गया कि इससे कानून व्यवस्था को बड़ा खतरा है.
हालांकि हाई कोर्ट ने तत्काल सुनवाई करने से इंकार कर दिया. बता दें कि कल भी पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने किसानों से कहा था कि मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार आप हाईवे पर इस तरह से ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग नहीं कर सकते. बावजूद इसके किसान अड़े हैं. इधर किसानों से बातचीत के लिए सरकार फिर तैयार हो गई है. केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा कहा कि 5वें दौर की बैठक में हम किसानों से बात करने और एमएसपी, पराली जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं. बातचीत शांति बनाए रखने के लिए ज़रूरी है.
शम्भू बॉर्डर पर हालात फिलहाल काफी बिगड़ चुके हैं, लिहाजा यहां एक हज़ार पुलिस फोर्स तैनात किए गए हैं. वहीं पारा मिलिट्री की 25 टुकड़ियां को खड़ा किया गया है.सुरक्षा के लिहाज से खनौरी बॉर्डर पर भी कड़ी व्यवस्था की गई है. एक हज़ार पुलिस वालों के साथ पारा मिलिट्री की 15 से लेकर 20 टुकड़ियां ड्यूटी पर तैनात हैं. दोनों ही बॉर्डर पर सात लेयर की सुरक्षा बनाई गई है. दीवारों पर कंटीले तार के साथ कंक्रीट की बैरिकेडिंग की गई है. सोनीपत कुंडली सिंधु बॉर्डर पर भी पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई है. कुंडली सिंधू बॉर्डर पर पहले बैरिकेड को कंक्रीट की 3 फुट दीवार बनाकर पक्की की है. आंदोलन के चलते पुलिस फोर्स और पैरामिलेटरी फोर्सेस ने टेंट भी लगाए हैं.
पूरे हरियाणा में 10 से बारह हज़ार पुलिस वाले सड़क पर मौजूद हैं. पैरा मिलिट्री की 60 टुकड़ियां भी डेपलॉय की गई है. पंजाब के DGP ने सभी रेंज के ADG, IGP और DIG को पत्र लिखकर कहा है कि वे किसी भी हालत में भारी वाहन जैसे, पोकलेन, जेसीबी, टिपर और हाइड्रा को पंजाब-हरियाणा की खनौरी और शंभू बॉर्डर की तरफ आगे न बढ़ने दें. शाहाबाद, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत पर नार्मल बैरिकेडिंग कर किसानों को रोकने की कोशिश की जाएगी.