पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण ही सभी समस्याओं का एकमात्र हलःभगत सिंह वर्मा
प्रदेश में गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रूपये कुंतल नहीं तो भाजपा को वोट नहीं
देवबंद/सहारनपुर। कस्बा देवबंद में आज अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में आक्रोशित किसानों ने पृथक राज्य निर्माण और किसानों की समस्याओं को लेकर तलहेड़ी पुलिस चैकी से नारेबाजी करते हुए बाईक रैली साखन नहर मेघराजपुर, जामिया तिबिया मेडिकल कॉलेज, सराय तल्हेरी चुंगी, मंगलौर चैकी, मुजफ्फरनगर चुंगी होते हुए एसडीएम कार्यालय देवबंद पहुंची। देवबंद उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर भाकियू वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि आज समय आ गया है कि पश्चिम के आठ करोड़ लोगों को एकजुट होकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए बड़ा संघर्ष करना चाहिए।
पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण से ही यहां के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेंगे और यहां शिक्षा और चिकित्सा देश में सबसे बेहतर होगी। उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण गरीबी, महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी की चपेट में है। उन्होंने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने तक संघर्ष जारी रहेगा। श्री वर्मा ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण होने पर ही यहां के किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य मिलेगा। मजदूरों को उचित मजदूरी मिलेगी और गरीबों को उनके हक मिल सकेंगे। उन्हांेने कहा कि चीनी मिलों का गन्ना सीजन शुरू हो चुका है और अभी तक प्रदेश सरकार ने गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रूपये कुंतल घोषित नहीं किया है। श्री वर्मा ने उप जिलाधिकारी देवबंद के नाम ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति से देश के किसानों के सभी कर्ज माफ करने, किसानों को उनकी फसलों के लाभकारी मूल्य दिलाने, मनरेगा योजना को खेती से जोड़कर किसानों को मजदूर उपलब्ध कराने, हाईवे व सड़कों से टोल टैक्स समाप्त करने, उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण कराने, सहारनपुर राजकीय मेडिकल कॉलेज को एम्स का दर्जा दिलाने और चिकित्सा सुविधाओं में सुधार करने, गन्ने का लाभकारी रेट 600 रूपये कुंतल करने, चीनी मिलों से पिछले वर्ष का बकाया गन्ना भुगतान दिलाने और पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज दिलाने की मांग की गई। धरना दे रहे किसानों की अध्यक्षता कर रहे पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
जिसके लिए यहां की आठ करोड़ जनता को जात, बिरादरी, धर्म से ऊपर उठकर संघर्ष करना होगा। संचालन जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह एडवोकेट ने किया। धरना व प्रदर्शन में भाकियू वर्मा के प्रदेश सचिव मास्टर रईस अहमद, ऋषिपाल गुर्जर, जिला उपाध्यक्ष वसीम जहीरपुर समाजसेवी, आर्थिक क्रांति से जुड़े रामकिशन सैनी, एडवोकेट जिला मंत्री मोहम्मद राशिद, महबूब हसन, हाजी बुद्धू हसन, मौहम्मद इरफान, रूचिन कुमार, अभिषेक, भूपेंद्र चैधरी,पदम सिंह,सुरेंद्र प्रधान, अमरदीप मान, सरदार ऋषिपाल सिंह, महक सिंह, प्रवीण चैधरी, तमरेज आलम, मौहम्मद एजाज, राव गय्यूर, नरेंद्र सिंह गुर्जर, नीरपाल सिंह गुर्जर, जसवंत चैधरी, अजीत सिंह एडवोकेट, नरेश कुमार एडवोकेट, विशाल त्यागी सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।