पुरकाजी में भारी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया करवा चौथ का त्यौहार
सजनी ने सजना के लिए किया सोलह श्रृंगार, करवा चौथ की कहानी सुन पति की दीर्घायु की मंगल कामना
पुरकाजी सुहागिन महिलाओं का अखंड सौभाग्यवती का पति की दीर्घायु की मंगल कामनाओं का प्रतीक करवा चौथ का त्यौहार नगर सहित क्षेत्र भर में भारी आस्था और श्रद्धा के साथ धूमधाम से मनाया गया है इस अवसर पर सुहागिन महिलाओं द्वारा दिनभर उपवास रखकर सजना के लिए सोलहश्रृंगार कर करवा चौथ की कथा सुनकर अपने-अपने सुहाग की लंबी उम्र की मंगल कामनाए की गई है
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि बुधवार को सुहागिन महिलाओं द्वारा पति पत्नी के विश्वास प्यार मजबूत रिश्ते का प्रतीक करवा चौथ का त्यौहार भारतीय परंपरा रीति रिवाज के अनुसार भारी श्रद्धा और उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया गया पर सुहागिन महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र और सुख समृद्धि के लिए अन और जल का त्याग कर उपवास रखकर सोलह श्रृंगार कर करवा चौथ की कहानी सुनकर दिन भर उपवास रखा गया है करवा चौथ पर पति की दुर्गा योग की कामना और सुहागिन सोलह श्रृंगार का अद्भुत संगम है करवा चौथ पर मेहंदी का अधिक महत्व माना जाता है इस अवसर पर सुहागिन महिलाओं द्वारा बायना का पूजन अपने अपने बुजुर्गों को भेंट कर उनसे सदा सुहागन सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद प्राप्त किया व्रत धारी महिलाओं द्वारा देर शाम चंद्रमा के दीदार कर छलनी के माध्यम से चंद्रमा एवं अपने पति के मुख का दीदार कर चंद्रमा को जल समर्पित कर अपने व्रत को खोला गया दीप प्रज्वलित कर