पंजाब शराब कांड: 23 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन? जिसने बेची वो भी जिंदा नहीं

पंजाब में इस समय अमृतसर के मजीठा नकली शराबकांड का मामला काफी सुर्खियों में है। पूरे मजीठा इलाके में इस जहरीली शराब से अब तक 23 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 4 लोग अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। पूरे इलाके में मातम और शोक पसरा पड़ा हुआ है। हर एक घर में चीख-पुकार मची हुई है। हालांकि, पुलिस भी गहराई से मामले की जांच कर रही है। वहीं, पुलिस की अब तक की जांच रिपोर्ट के अनुसार, तारू सिंह अपनी पत्नी के साथ यह शराब लोगों को बेची थी। हालांकि, शराब बेचने वाले तारू सिंह की खुद यह शराब पीने से मौत हो गई।

खुद भी शराब पीकर मरा…
पुलिस जांच के अनुसार, इस जहरीली शराब की बिक्री थरियेवाल गांव से हुई थी। गांव के रहने वाले तारू सिंह और उसकी पत्नी निंदर कौर सालों से शराब बेचने का काम कर रहे थे। यह जहरीली शराब भी तारू सिंह और निंदर कौर ने बेची थी। तारू सिंह काफी समय से कैंसर से जूझ रहा था, उसने भी यह जहरीली शराब पी थी, जिससे उसकी मौत हो गई। बता दें कि थरियेवाल गांव के तारू सिंह मराड़ी कलां, पातालपुरी, थरियेवाल, भंगाली कलां, तलवंडी खुम्मन, करनाला और भंगवां गांवों के लोगों के बीच शराब बेचता था।

शराब बेचने वाली निंदर कौर गिरफ्तार
पुलिस ने मजीठा क्षेत्र में मौत का यह कोहराम मचाने वाले तारू सिंह की पत्नी निंदर कौर (75) को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ पुलिस इस पूरे शराबकांड के मास्टरमाइंड साहिब सिंह और गुरजंट सिंह को भी पकड़ लिया है। गांव वालों के अनुसार, इस शराब की कीमत सिर्फ 15 से 20 रुपये थी। इसलिए इस शराब का ज्यादातर सेवन दिहाड़ी मजदूर लोग करते थे।