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पंजाब के पटियाला से एक बारात दिल्ली के सोनिया विहार के लिये चली, हाथों में सगुन का सामान लेकर दूल्हा दुल्हन को इधर से उधर भटकना पड़ा

अरे ये क्या हो रहा, दूल्हा-दुल्हन से लेकर बाराती तक, सब बैरिकेडिंग कूद रहे हैं. जी हां, बुधवार को कुछ ऐसा ही नजारा सिंधु बॉर्डर पर दिखा. यहां पंजाब के पटियाला से बारात आई थी और आगे सोनिया बिहार जाना था. चूंकि किसान आंदोलन के चलते बॉर्डर सील था, इसलिए बारातियों ने हरियाणा की सीमा में अपनी बस छोड़ दी और पैदल सीमा पाकर दिल्ली की ओर खड़ी बस में सवार होकर दुल्हन के घर पहुंचे. जहां शादी समारोह हुआ और फिर इसी तरीके से बारात विदा भी हो गई.

हालांकि इस उछल कूद में हाथों में सगुन का सामान लेकर दूल्हा दुल्हन को इधर से उधर भटकना पड़ा. जानकारी के मुताबिक बुधवार को पंजाब के पटियाला से एक बारात दिल्ली के सोनिया विहार के लिये चली थी. बारातियों की बस सिंघु बॉर्डर पहुंची तो पता चला कि यहां रास्ता बंद है और पुलिस ने बॉर्डर पर पूरी तरह से किलेबंदी कर दी है. दूल्हे के परिवार वालों ने तत्काल मामले की जानकारी दुल्हन के परिवार वालों को दी. काफी देर तक इस समस्या का समाधान खोजने के बाद भी कोई विकल्प नहीं मिला.

आखिर में तय हुआ कि बारातियों की बस हरियाणा सीमा में छोड़ दी जाएगी. इसके बाद दूल्हा समेत सभी बाराती पैदल बॉर्डर पारकर दिल्ली सीमा में दाखिल होंगे और फिर वहां से दिल्ली की बस में सवार होकर दुल्हन के घर तक पहुंचेंगे. इसी फैसले के तहत सभी बाराती सीमा पारकर दिल्ली में घुसे और फिर यहां दुल्हन के परिजनों द्वारा भेजी गई बस में सवार होकर सोनिया बिहार तक आए. यहां विधि विधान के साथ शादी की औपचारिकताएं पूरी हुई. इसके बाद इसी तरीके से बारात वापस पंजाब के लिए विदा हो गई. मुश्किल तो वापसी में उस समय आई, जब दुल्हन को भी कूद फांद करते हुए सीमा पार करना पड़ा.

वह मेंहदी लगे हाथों में बड़ी मुश्किल से अपने कपड़े संभालते हुए दिल्ली बॉर्डर को पारकर हरियाणा सीमा में दाखिल हो पायी. इसी प्रकार शगुन का सामान लेकर बॉर्डर पार करने में बारातियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसी प्रकार दिल्ली के द्वारका में रहने वाले आशीष को भी अपनी बारात निकालने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. उनकी बारात करनाल गई थी. वहां से जब उनकी बारात वापस लौटी तो दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर फंस गए. गुरुवार की सुबह सुबह यहां पहुंचने के बाद भी वह लगातार अपनी दुल्हन के साथ भटक रहे हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि कैसे दिल्ली बॉर्डर को पारकर अपने घर पहुंचें.

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