दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज, AQI 400 के पार
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, रविवार सुबह 7:30 बजे दिल्ली का AQI 428 था, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है।
दिल्ली और एनसीआर में रविवार को वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब रही और अधिकतर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, रविवार सुबह 7:30 बजे दिल्ली का AQI 428 था, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न शहरों में AQI निम्नलिखित रहा:
फरीदाबाद: 268
गुरुग्राम: 287
गाजियाबाद: 379
ग्रेटर नोएडा: 342
नोएडा: 304
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में AQI का स्तर
दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 से ऊपर रहा। प्रमुख इलाकों के AQI स्तर इस प्रकार थे:
आनंद विहार: 457
अशोक विहार: 466
आया नगर: 426
बवाना: 471
द्वारका सेक्टर 8: 445
दिलशाद गार्डन: 448
आईटीओ: 411
जहांगीरपुरी: 466
मेजर ध्यानचंद स्टेडियम: 419
मंदिर मार्ग: 434
मुंडका: 463
नजफगढ़: 402
नरेला: 444
नेहरू नगर: 442
नॉर्थ कैंपस डीयू: 427
एनएसआईटी द्वारका: 410
ओखला फेज 2: 409
पटपड़गंज: 439
पंजाबी बाग: 442
पूसा: 407
आरके पुरम: 434
रोहिणी: 449
शादीपुर: 457
सिरी फोर्ट: 405
सोनिया विहार: 440
विवेक विहार: 454
वजीरपुर: 463
प्रदूषण के कारण
दिल्ली की वायु गुणवत्ता अक्टूबर से खराब हो रही है, और इसका मुख्य कारण मौसम में ठंडक, हवा का धीमा बहना, पटाखे, पराली जलाना और वाहनों से होने वाला प्रदूषण है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में पराली जलाने का असर भी दिल्ली पर पड़ता है, जिससे प्रदूषण और बढ़ जाता है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने शुक्रवार को ‘ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान’ (GRAP) का चरण 3 लागू किया है। यह कदम प्रदूषण को कम करने के लिए उठाए गए हैं, जिसमें निर्माण कार्यों पर पाबंदी, कूड़े जलाने पर रोक, और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जैसी योजनाएं शामिल हैं।
आगामी चुनौती
दिल्ली में प्रदूषण की यह गंभीर स्थिति चिंता का कारण बन गई है, और यह आने वाले दिनों में और बिगड़ सकती है यदि प्रभावी कदम नहीं उठाए गए। प्रदूषण कम करने के लिए हर स्तर पर ठोस उपायों की जरूरत है, ताकि लोगों की सेहत पर इसके नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सके।