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दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ेंगे या नहीं? आलाकमान से संकेत का इंतजार, अशोक गहलोत पर कही यह बात

अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की अटकलों पर सिंह ने कहा है कि अभी तक इसे लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। एक चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, 'ना चर्चा हुई है, न होगी और न मैंने समय मांगा है।'

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे या नहीं? फिलहाल, यह साफ नहीं है, लेकिन उन्होंने संकेत दिए हैं कि आलाकमान के कहने पर वह मैदान में उतर सकते हैं। खबरें थी कि वह दिल्ली में अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर पार्टी के शीर्ष पद के लिए दावेदारी पेश कर सकते हैं। फिलहाल, चुनाव में मुख्य रूप से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर का नाम है।

अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की अटकलों पर सिंह ने कहा है कि अभी तक इसे लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। एक चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘ना चर्चा हुई है, न होगी और न मैंने समय मांगा है।’ दिल्ली दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि वह भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ी एक बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।

वहीं, चुनाव लड़ने के सवाल पर वरिष्ठ नेता बोले ‘नेतृत्व का जो भी आदेश होगा, दिग्विजय सिंह उसका पालन करता आया है और करता रहेगा।’ उन्होंने कहा, ”तीन चीजों पर मैं समझौता नहीं करूंगा। नंबर एक गरीब, वंचित, दलित आदिवासी के मसलों पर मैं कभी किसी से समझौता नहीं करता, चाहे मेरी कुर्सी चली जाए। नंबर दो, मैं वो सारे धार्मिक उन्माद फैलाने वाले संगठन चाहे हिंदुओं के हों, चाहे मुसलमानों के हों, चाहे सिखों के हो या ईसाइयों के हों। उनके साथ कभी समझौता नहीं करूंगा। तीसरा जिसपर मैं समझौता नहीं करूंगा, मेरी वफादारी नेहरू गांधी परिवार के प्रति और कांग्रेस के प्रति, इसपर मैं समझौता नहीं करूंगा।’

हाल ही में उन्होंने कहा था, ‘उन्होंने अपने नामांकन की तारीख के भी संकेत दे दिए थे। सिंह का कहना था, ‘सभी को चुनाव लड़ने का हक है… आपको 30 की शाम को जवाब मिल जाएगा।’ खास बात है कि 30 सितंबर नामांकन की अंतिम तारीख है।

अशोक गहलोत को बता रहे गांधी
खबरें थी कि वह गहलोत के दो पद संभालने की इच्छा का भी विरोध कर रहे थे। अब उन्होंने कहा, ‘वह भी गांधी परिवार की निष्ठा करते हैं। वरिष्ठ नेता बोले, ‘इसलिए जब मीडिया में बात आती है कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, तो मुझे भरोसा नहीं होता। वह एक बेहद वफादार, ईमानदार राजनीतिज्ञ रहे हैं। और हम तो मित्रमंडली में उनको गांधीजी कहते हैं… वह सत्ता के भूखे नहीं हैं।’

जबकि, थरूर को लेकर उन्होंने कहा, ‘वह योग्य और बड़े अच्छे व्यक्ति हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं।’ कांग्रेस की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, 30 सितंबर तक नामांकन प्रक्रिया चलेगी। वहीं, 17 अक्टूबर को पार्टी प्रमुख के लिए मतदान किया जाएगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी।

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