अगरतला। त्रिपुरा में विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने शनिवार को दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया के बरपाथारी इलाके में पार्टी के युवा मोर्चा डीवाईएफआई द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर पर कथित रूप से हमला करने वाले दोषियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम जारी किया है।
डीवाईएफआई के राज्य सचिव नवारून देव ने आरोप लगाया कि राजनगर विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी मंडल अध्यक्ष रंजीत सरकार ने भाजपा के बदमाशों के एक समूह ने रक्तदान शिविर पर हमला किया और चिकित्सा उपकरण लूट लिए, खाद्य सामग्री को नष्ट कर दिया और शिविर के लिए लाई गई चादर और नर्सिंग सामग्री को जला दिया।।
शिविर में शिबू विश्वास और साधन पाल नाम के दो रक्तदाताओं को बुरी तरह पीटा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि एक अन्य माकपा कार्यकर्ता कमलेश विश्वास को आर्य कॉलोनी इलाके में चाकू मार दिया गया था, जब उन्होंने रक्तदान शिविर पर हमले का विरोध किया।
श्री देव ने आरोप लगाया, “भाजपा नेताओं रंजीत सरकार, विमल पाल, साधन शील, सजल विस्वास, माणिक मजूमदार और विनोद सेन के खिलाफ हमले का नेतृत्व करने के लिए पी आर बारी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है, बल्कि परोक्ष रूप से शिकायतकर्ताओं को आगे की धमकी दी है। अगर मामले को देखा तो परेशानी होगी।”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक डॉक्टर हैं, उनके पास स्वास्थ्य विभाग है और वह संकट से निपटने के लिए लोगों से रक्तदान करने का आग्रह कर रहे हैं। उन्हीं के आह्वान के जवाब में, डीवाईएफआई ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया, क्योंकि स्थानीय अस्पताल रक्त की गंभीर कमी का सामना कर रहा है और मरीज पीड़ित हैं और भारी हथियारों से लैस भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया।
श्री देव ने धमकी दी, “अगर सीएम दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने में विफल रहते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि हमला उनकी संलिप्तता से किया गया था और हम भाजपा नेताओं के चेहरे को बेनकाब करने के लिए एक राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे।”