सरसावा। जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर शिवांका गौड ने कहा कि डेंगू के लक्षण दिखते ही ऐसे मरीजों को तुरंत डेंगू की जांच करानी चाहिए और जांच रिपोर्ट के अनुसार ही इस बीमारी का ईलाज कराना चाहिए ताकि उन्हें बाद में बड़ी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। समय पर ईलाज भी संभव हो सके। गुरुवार को खंड विकास कार्यालय के सभागार में राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया। जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर शिवांका गौड ने कहा कि तापमान में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण मौसम में भी बदलाव हो रहा है। इससे डेंगू का संक्रमण फैलने की आशंका काफी बढ़ गयी है। डॉ. गौड ने बताया कि डेंगू की बीमारी संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से ही होती है। इसलिए यदि आप दिन में भी सोते हैं तो अनिवार्य रूप से मच्छरदानी का प्रयोग करें। इसके साथ ही पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। घर के सभी कमरों को साफ-सुथरा एवं हवादार बनाएं रखें। खंड विकास अधिकारी राकेश कुमार, एडीओ पंचायत राकेश शर्मा ने बताया कि इस बीमारी से बचाव के लिए रहन-सहन में बदलाव के साथ-साथ साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। डॉक्टर अनुराग चैहान ने बताया कि दरअसल, डेंगू व चिकनगुनिया के शुरुआती लक्षण बुखार ही है। इस कारण लोगों को बीमारी की पहचान करने में भी काफी परेशानी होती है। इसलिए बीमारी का लक्षण दिखते ही तुरंत जांच कराने के लिए नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाना चाहिए। इस अवसर पर डॉ. पंकज, भूपेश, प्रधान संदीप चैहान, महमूद अली, बिरम सिंह, प्रवीण कुमार, एहसान अहमद आदि मौजूद रहे।