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जेल में बंद इमरान खान को दी जा रही हैं यातनाएं, बेटों ने पिता पर पहली बार चुप्पी तोड़कर कही ये बात

इमरान खान जो अगस्त 2023 से भ्रष्टाचार मामले में जेल में बंद हैं और आतंकवाद निरोधक अधिनियम के तहत कई मुकदमों का सामना कर रहे हैं। कुछ दिन पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मौत की खबर ने सनसनी फैला दी थी। इससे जुड़े सोशल मीडिया पर तस्वीरें भी तेजी से वायरल हुईं, जिसमें दावा किया गया है कि इमरान खान की मौत हो गई है। हालांकि, पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने उनकी मौत की खबर को झूठा और भ्रामक बताया है। वहीं, अब उनके बेटों का कहना है कि उन्हें एकांत कारावास में रखा जा रहा है, तो कभी-कभी पूरी तरह से अंधेरे में रखा जाता है।

एक्स इन्फ्लुएंसर मारियो नवाफल के साथ एक इंटरव्यू में बात करते हुए बताया कि उन्होंने सभी लीगल ऑप्शन को खत्म कर दिया था और सार्वजनिक रूप से सामने आने का फैसला किया। क्योंकि उनके अनुसार, यह केवल बदतर होता जा रहा है। कासिम ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि वह वहां जितने समय से हैं, उससे कहीं कम समय तक वहां रहेंगे।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की अपील

उन्होंने पाकिस्तान की शहबाज सरकार की आलोचना भी की है और कहा कि जेल में उनकी स्थिति को “अमानवीय” बताया। इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की अपील की। इमरान के दोनों बेटे सुलेमान खान (28) और कासिम खान (26) ब्रिटेन में रहते हैं और पहली बार दोनों ने अपने पिता इमरान खान पर बात की है। बता दें, ऑनलाइन इंटरव्यू में कासिम खान ने कहा कि हर कानूनी रास्ता अपना लिया, अब बोलने के अलावा कुछ नहीं बचा है। हमने हर कानूनी रास्ता अपनाया, लेकिन हर कोशिश बेकार हो रही है और अब हालात ज्यादा बिगड़ते जा रहे हैं। इसलिए हमने तय किया है कि अब सार्वजनिक रूप से सामने आकर बात करनी होगी।

 

बेटों ने लगाए गंभीर आरोप

वहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में उनके पिता को मूलभूत मानवाधिकारों (Fundamental Human Rights) से वंचित रखा जा रहा है और अब सिर्फ रास्ता यही है कि इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जाए। दूसरे बेटे सुलेमान खान ने कहा कि हमने कानूनी तरीके अपनाए, लेकिन अब सब कुछ शांत हो गया है। इंटरनेशनल मीडिया में भी इस मुद्दे पर सन्नाटा है। बेटों ने यह भी बताया कि उन्हें अदालत ने नवंबर 2023 में अपने पिता से हर सप्ताह बात करने की परमिशन दी थी, लेकिन यह सुविधा हर बार नहीं दी जाती।

बेटों ने की सार्वजनिक अपील

कासिम ने यह साफ किया कि उनका मकसद किसी राजनीतिक लाभ का नहीं, बल्कि एक न्याय की लड़ाई है। हम चाहते हैं कि दुनिया पाकिस्तान पर दबाव डाले, ताकि उन्हें न्याय मिल सके। इमरान खान के बेटों की इस सार्वजनिक अपील ने एक बार फिर पाकिस्तान की न्यायिक प्रक्रिया और मानवाधिकारों की स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय ध्यान खींचा है।

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