जीवन में बनाए रखना चाहते हैं सुख-समृद्धि तो नवरात्रि के 9 दिनों तक न करें ये काम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जहां नवरात्रि में मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा बहुत फलदायी मानी गयी है। वहीं कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक है अन्यथा मां दुर्गा रुष्ट हो सकती हैं। तो आइए जानते हैं नवरात्रि के नौ दिनों तक कौन से काम नहीं करने चाहिए
नवरात्रि के दौरान घरों और मंदिरों में मां दुर्गा की पूजा-पाठ और भोग का बड़ा ध्यान रखा जाता है। शास्त्रों में मान्यता है कि मां दुर्गा की विधिवत उपासना से जीवन में सुख, सौभाग्य, वैभव, समृद्धि और सकारात्मकता का वास होता है। जगतजननी मां अम्बे अपने भक्तों की पूजा से खुश होकर उनकी हर मनोकामना पूरी करती हैं। ऐसे में भक्त देवी मां को प्रसन्न करने के लिए उनकी मनपसंद चीजों उन्हें अर्पित करते हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें नवरात्रि के दिनों में करना अशुभ माना जाता है क्योंकि इससे मां दुर्गा रुष्ट हो सकती हैं। तो आइए जानते जानते हैं नवरात्रि में क्या न करें…
नवरात्रि में क्या न करें
नवरात्रि में यदि आपने अपने घर में अखंड ज्योति जलायी हुई है तो कभी भी 9 दिनों के भीतर घर को पूरा खाली न छोड़ें। घर का कोई न कोई सदस्य अवश्य मौजूद होना चाहिए। ज्योति में घी या तेल कम होते ही दीपक को भर दें। इस बात का खास ख्याल रखें कि नौ दिनों तक अखंड ज्योत बुझनी नहीं चाहिए।
नवरात्रि के दौरान घरों में सात्विक भोजन ही बनाना और उसका सेवन करना चाहिए। गलती से भी नवरात्रि में नींबू जैसी खट्टी चीजें, लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि का सेवन न करें। इसके साथ ही नौ दिनों तक बाल, नाखून न काटें और न ही दाढ़ी बनवानी चाहिए।
नवरात्रि में पूजा-पाठ के दौरान कभी भी बीच में नहीं उठना चाहिए और न ही मन में किसी दूसरे के लिए ईर्ष्या, क्रोध लाना चाहिए। मन में श्रद्धा, प्रेम और सकारात्मक विचार रखने वाले व्यक्ति से ही मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं।
धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि में नौ दिनों तक चारपाई पर नहीं बल्कि जमीन पर चटाई बिछाकर सोना चाहिए। खासतौर पर व्रतधारी लोगों को इस नियम का पालन करना जरूरी माना गया है। वहीं दोपहर के समय सोने की भी मनाही है। माता के भजन और कीर्तन में अपना समय बिताएं।
ज्योतिष अनुसार नवरात्रि पूजा के दौरान या मंदिर में कभी भी चमड़े की कोई चीज जैसे जूते, बैग, चप्पल, पर्स और काले रंग के वस्त्रों आदि का इस्तेमाल न करें। इसे अशुभ माना गया है।