जल संरक्षण में उल्लेखनीय कार्य के लिए मोहन नागर को मिला ‘भाऊराव देवरस स्मृति सेवा सम्मान’
मध्यप्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता मोहन नागर को 'जल संरक्षण एवं भू-जल संवर्धन' के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए 'भाऊराव देवरस स्मृति सेवा सम्मान-2024-25' से सम्मानित किया जाएगा।
मध्यप्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता मोहन नागर को ‘जल संरक्षण एवं भू-जल संवर्धन’ के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘भाऊराव देवरस स्मृति सेवा सम्मान-2024-25’ से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान भाऊराव देवरस सेवा न्यास, लखनऊ की ओर से नवंबर माह में दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि न्यास प्रतिवर्ष ऐसी दो विभूतियों या संस्थाओं को सम्मानित करता है जो समाज में विभिन्न प्रकार से सेवा कार्यों में जुटे हुए हैं और उनके कार्य का परिणाम समाज में दिखाई देता है। इस सम्मान में अभिनंदन पत्र, श्रीफल, अंगवस्त्र के साथ 2 लाख 51 हजार की सम्मान राशि भी प्रदान की जाती है।
‘भाऊराव देवरस स्मृति सेवा सम्मान’ से सम्मानित होने वाले मोहन नागर ने बैतूल के क्षेत्र में जल संरक्षण एवं भू-जल संवर्धन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। वे गंगा अवतरण अभियान के माध्यम से ऐसे क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं, जहां पानी की समस्या रहती है। बैतूल की सोना घाटी में सूखी पहाड़ियां आपके प्रयासों से अब हरे-भरे पेड़ों से सुसज्जित हो गयी हैं। आप प्रतिवर्ष स्थानीय लोगों को साथ लेकर पहाड़ों पर वर्षाजल के संचयन के लिए जल-संरचनाओं का निर्माण करते हैं। इन जल संरचनाओं के कारण पहाड़ का पानी बहकर जाने की जगह पहाड़ के रास्ते भूमि में जाता है। बैतूल के आसपास के क्षेत्र में बारिश से पूर्व ‘गंगा अवतरण अभियान’ को उत्सव की तरह मनाया जाता है। इसके साथ कि आपने अनुसूचित जनजातीय बाहुल्य ग्राम बाचा में जल-संरक्षण के लिए बोरी बंधान के परंपरागत प्रयोगों के साथ ग्रामीणजनों को जोड़ा। जल संरक्षण एवं भू जल संवर्धन के प्रयासों के साथ ही आप गो-संरक्षण, जैविक कृषि और समग्र ग्राम विकास के कार्यों में भी संलग्न हैं। मोहन नागर के सामाजिक कार्यों एवं कौशल को देखते हुए हाल ही में उन्हें मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदार भी सौंपी गई है। मोहन नागर पूर्व में भारत सरकार द्वारा जल प्रहरी एवं वाटर हीरो के सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं।