ग्रामीण भारत की आवाज थे चौधरी चरण सिंह : संजय डीलर
किसान मसीहा एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 29 मई को पुण्य तिथि मनाई जाएगी। वह ग्रामीण भारत की आवाज थे और उन्होंने हमेशा किसानों की आवाज को बुलन्द कर उनके हक-हकूक की लड़ाई लड़ी।
बागपत। किसान मसीहा एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 29 मई को पुण्य तिथि मनाई जाएगी। वह ग्रामीण भारत की आवाज थे और उन्होंने हमेशा किसानों की आवाज को बुलन्द कर उनके हक-हकूक की लड़ाई लड़ी।
इस मौके पर प्रमुख समाजसेवी संजय डीलर ने कहा कि भारत की धरती पर अनेक महापुरुषों ने जन्म लिया है, जिन्होंने अपने पूरे जीवन को देश के किसानों, मजदूरों, पिछड़ों व दलितों के कल्याण में लगाया। उन्हीं में से एक महापुरूष चौधरी चरण सिंह थे। उनका जन्म गुलाम भारत में हुआ था। वे अपने किशोर अवस्था काल से ही स्वामी दयानन्द सरस्वती तथा गांधी जी के विचारों से अत्यधिक प्रभावित हुए। जिस कारण वह देश के स्वाधिनता आंदोलन में सक्रिय रूप से कूद पड़े और कई बार जेल भी गये। अपने जीवन पर गांधी जी के विचारों के प्रभाव के कारण ही आजीवन गरीबों व किसानों के लिए संघर्ष करते रहे। आजादी से पूर्व उन्होंने ऋण विमोचक विधेयक 1939 का मसौदा तैयार करवाने में बड़ी भूमिका निभाई। इस विधेयक के कारण ही किसानों को कर्ज में बड़ी राहत मिली और किसानों की जमीन नीलामी से बच पाई। चौधरी साहब स्वतंत्र भारत में जमीदारी उन्मूलन तथा भूमि सुधारों के लिए अग्रिम पंक्ति के योजना कार थे। उनके जमीदारी उन्मूलन तथा भूमि सुधार कार्यक्रमों पर विचारों से सम्पूर्ण भारत के साधनहीन किसानों को लाभ हुआ था। साथ ही लम्बे समय से देश में चली आ रही सामंती और शोषण की व्यवस्था पर विराम लगा।