कार्यक्रम में यातायात संबंधी नियमों के बारे में विस्तार से दी जानकारी
सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाये जाने के क्रम में शासन द्वारा निर्धारित तिथिवार कार्यक्रम के क्रम में उ0प्र0रा0स0प0निगम के वर्कशॉप पर सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों व कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सहारनपुर। सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाये जाने के क्रम में शासन द्वारा निर्धारित तिथिवार कार्यक्रम के क्रम में उ0प्र0रा0स0प0निगम के वर्कशॉप पर सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों व कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। सम्भागीय परिवहन अधिकारी राधेश्याम द्वारा फोर ई के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक बताया गया कि हमें अपने जीवन को संयुक्त रूप से चलाने के लिये सर्वप्रथम जानकारी की आवश्यकता होती है। परिवहन विभाग द्वारा समय समय पर प्रचार-प्रसार, पोस्टर-बैनर, पम्पलेट वितरित कराकर, पब्लिक एडेªस सिस्टम के माध्यम से तथा स्कूलों में विभिन्न प्रकार के चित्रकला, भाषण व निबन्ध प्रतियोगिता कराते हुये जागरूकता कार्यक्रम कराया जाता है, जिससे लोगों में सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में जानकारी हो सके। सडकों की स्थिति यदि अच्छी रहती है और जगह-जगह आवश्यकतानुसार सड़क संकेत लगे रहते है, तो तद्नुसार चालक अपनी गति को नियन्त्रित रखता है, तो दुर्घटना की सम्भावना कम हो जाती है। तद्परान्त अन्यिन्त्रित संचालन पर कार्यवाही हेतु पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा प्रवर्तन की कार्यवाही की जाती है। आपातकालिन सेवा के अन्तर्गत गोल्डन ऑवर में दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुॅचाकर अधिक से अधिक होने वाली मृत्यु को रोका जा सकता है। सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) महेन्द्र बाबू गुप्ता ने बताया कि सभी चालकों एवं परिचालकों को समय-समय पर अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ नेत्र की जांच भी कराते रहना चाहिए, नींद पूरी लेनी चाहिए, नशे में वाहन नहीं चलाना चाहिए और गति पर नियन्त्रण बनाकर ही वाहन चलाना चाहिए, क्योंकि एक चालक के हाथ में पचास लोगों की जान व परिवार की जिन्दगी रहती है। यह भी कहा गया कि वाहन की तकनीकी जांच रोड़वेज के वर्कशॉप में तैनात फोर मैन एवं तकनीकी अधिकारी से कराते रहना चाहिए। सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक, उ0प्र0रा0स0प0निगम जगदीश प्रसाद द्वारा बताया गया कि नशा, नींद और रफ्तार पर नियन्त्रण कर लिया जाये तो अधिक से अधिक दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। नशा और वाहन चलाना एक साथ नहीं होना चाहिए। इस प्रकार के आचरण का अपने जीवन में अन्तरण करते हुये हम अधिक से अधिक व्यक्तियों की जान बचाने के साथ-साथ भारत की आर्थिक क्षति को बचाने में योगदान दे सकते हैं। एनसीसी के बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन करते हुये सड़क सुरक्षा सम्बन्धी प्रदर्शन किया गया तथा सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित संगीत गायन की प्रस्तुति की गयी। सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये और पचास चालक एवं परिचालकों की सूची हेल्थ चेकअप हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी को प्रेषित कराते हुये कार्यशाला का समापन किया गया। कार्यशाला में सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) राधेश्याम, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) महेन्द्र बाबू गुप्ता, यात्री एवं मालकर अधिकारी, खेमानन्द पाण्डेय, सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक, उ0प्र0रा0स0प0निगम जगदीश प्रसाद, एन0सी0सी0 के कमान्डिंग आफिसर कर्नल आर0के0 चौहान, एडमिन आफिसर लक्षमण सिंह तथा परिवहन निगम चालक व परिचालक व जे.वी.जैन डिग्री कॉलेज, व गुरू नानक इण्टर कालेज के एनसीसी छात्र-छात्राये उपस्थित रहे।