अपाचे हेलीकॉप्टर आज आर्मी एविएशन कॉर्प्स में शामिल हो गया है. राजस्थान के जोधपुर में अपाचे हेलीकॉप्टर की पहली स्क्वाड्रन को स्थापित कर दिया गया है. जोधपुर जो कि पाकिस्तानी बॉर्डर से बेहद नजदीक है. ऐसे में सेना जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान को दिन में भी तारे दिखाने के लिए जोधपुर में इसकी तैनाती कर रही है. अपाचे की गिनती दुनिया के टॉप लड़ाकू हेलीकॉप्टरों में होती है.फिलहाल कुल 6 अपाचे हेलीकॉप्टर भारतीय आर्मी के बेड़े में शामिल होंगे जिनमे से पहला बैच मई के महीने में अमेरिका से आएगा. सेना 5691 करोड़ रुपए के सौदे के तहत 6 हेवी-ड्यूटी अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर को अपने बेड़े में शामिल कर रही है. अमेरिका से अपाचे हेलीकॉप्टर का पहला बैच मई और बाकी जून में आर्मी को मिल जाएंगे.आर्मी के अपाचे हेलीकॉप्टर की तैनाती जोधपुर में की जाएगी. यानी ठीक पाकिस्तान के सामने, आंख में आंख डाल कर हमारे अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर दुश्मन की रातों की नींदउड़ा देंगे. आर्मी के पायलट और इंजीनियर्स अपाचे को उड़ाने और ऑपरेट करने की पूरी ट्रेनिंग ले चुके हैं. अमेरिकी एयरोस्पेस बोइंग भारतीय सेना के लिए छह अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर का निर्माण किया है.
अमेरिका अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की गिनती दुनिया के टॉप हेलीकॉप्टरों में होती है. एएच-64ई अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों, गन और रॉकेट से लैस है. अपाचे को हेलफायर और स्टिंगर मिसाइलों के साथ-साथ हाइड्रा रॉकेट से भी लैस किया जा सकता है.अब आपको बताते हैं कि पिछले कुछ समय में भारत ने बॉर्डर पर कैसे अपनी तैयारी को और भी ज्यादा मजबूत किया है, साथ ही सुरक्षा और भी ज्यादा पुख्ता करने की योजनाओं पर काम भी कर रहा है. भारतीय सेना चीन और पाकिस्तान से लगने वाले बॉर्डर के इलाकों में अपनी पहुंच के साथ-साथ कई विध्वंसक हथियारों तैनाती भी कर रही है. भारत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी अपनी फायर पावर को और मजबूत करना शुरू कर दिया है. अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में झड़प के बाद वहां भारी मात्रा में हथियार पहुंचाए गए थे. अब भारत अरुणाचल प्रदेश के इस्टर्न सेक्टर में मजबूती पर ध्यान दे रहा है. चीन के ठीक सामने LAC के पास वाचा के पास होवित्जर गन एम 777, 155 एमएम कैलिबर गन और 105 एमएम लाइट फील्ड होवित्जर को तैनात किया गया है.भारतीय आर्मी ने LAC पर ‘सिग सॉर’ राइफल को भी तैनात कर दिया है. दुनिया की सबसे बेहतरीन राइफल SIG-716 की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात होने के बाद इस राइफल की झलक देखिए. जिसे LAC और LOC समेत काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन के लिए जवानों को दिया जा रहा है.