लड़के लड़कियों के द्वारा कोर्ट मैरिज में मां-बाप की गवाही की जाए सुनिश्चित
केंद्रीय कानून मंत्री भारत सरकार से सामाजिक युवा संघ एवं चैरिटेबल ट्रस्ट मवाना मेरठ उत्तर प्रदेश; केंद्रीय कानून मंत्री भारत सरकार से मांग करता है
मवाना। कोर्ट मैरिज में मां-बाप की सहमति अनिवार्य कराए जाने की मांग करते हुए कहा कि माता-पिता का घर कोई धर्मशाला नहीं की इच्छा पर वारिस के साथ होते ही हर किसी के साथ भाग कर मां-बाप की इज्जत मिट्टी में मिला दी जाए, मां बाप अपने जीवन की पूरी कमाई बच्चों की शिक्षा और कैरियर बनाने में खर्च कर देते हैं, स्वयं फटे पुराने कपड़े पहनते हैं, स्वयं अच्छा खाना भी नहीं खाते स्वयं दूध भी नहीं खा पाते सब कुछ बच्चों के लिए लुटा देते हैं, और बच्चे बालिक होकर अपने पैरों पर खड़े हो जाते हैं तो मां-बाप को लात मारकर चंद दिनों के प्रेम जाल में फस कर मां-बाप को रोता बिलखते छोड़कर भाग जाते हैं , समाज कुटुंब गांव में किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहते और फिर ऐसे माता-पिता टेंशन का शिकार होकर बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं और आधी उम्र में तड़प तड़प कर मर जाते हैं वोटों की राजनीति करने वाले नेताओं को सोचना चाहिए ऐसे भैया वह कृत्य पर तुरंत कानून बनाकर अंकुश लगाकर मां बाप के बिना सहमति के किसी भी शादी को कानूनी मान्यता नहीं मिलनी चाहिए केंद्रीय कानून मंत्री भारत सरकार से
सामाजिक युवा संघ एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रदेश महासचिव रजनीश विश्वकर्मा मांग करते हैं कि यह कानून शीघ्र पास किया जाए जिससे मां-बाप को तड़पना भी लिखना ना पड़े।