रावण दहन का विजय मुहूर्त केवल 47 मिनट का ही, जानें अपराह्न पूजा का समय
हिंदू धर्म में दशहरे के त्योहार का खास महत्व होता है। शारदीय नवरात्रि के समापन के बाद दशमी तिथि को दशहरा या विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है।
हिंदू धर्म में दशहरे के त्योहार का खास महत्व होता है। शारदीय नवरात्रि के समापन के बाद दशमी तिथि को दशहरा या विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का अंत किया था और मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। इस दिन को अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक मानते हैं। इस साल दशहरा या विजयादशमी 5 अक्टूबर, बुधवार को है। दशहरे के दिन रात को शुभ मुहूर्त में रावण दहन किया जाता है।
दशहरे के दिन बन रहे दो शुभ योग-
दशहरा या विजयादशमी के दिन दो शुभ योग सुकर्मा व धृति बन रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों योगों को अति शुभ माना गया है। इस अवधि में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होने की मान्यता है। ये शुभ योग इस दिन का महत्व और बढ़ा रहे हैं।
दशहरे के दिन विजय मुहूर्त की अवधि-
दशहरे के दिन विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 07 मिनट पर शुरू होगा, जो कि 02 बजकर 54 मिनट पर समाप्त होगा। विजय मुहूर्त की अवधि 47 मिनट की है।
अपराह्न पूजा का समय – 01:20 पी एम से 03:41 पी एम
अवधि – 02 घण्टे 21 मिनट्स
विजयादशमी 2022 शुभ मुहूर्त-
दशमी तिथि 04 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 20 मिनट पर प्रारंभ होगी, जो कि 05 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे तक रहेगी।