बैनामे को लेकर दबंगों ने लहराये पिस्तौल, हंगामा
सब रजिस्टार यादवेन्द्र द्विवेदी ने बुलाई पुलिस, क्रेताओं को मिली एस्कॉर्ट
मवाना मेरठ। बीमारी से पीड़ित मरीज का भुगतान करने के लिए पीड़ित किसान को अपनी जमीन बिक्री करने के लिए परिवार के सदस्यों के साथ शामिल भूमाफियाओं की गोली का शिकार होने से मवाना पुलिस ने बचा लिया। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से हंगामा कर रहे विरोधियों को हिरासत में लेकर रजिस्टार कार्यालय में पहुंचे और दोनों पक्षों को अपनी बात कहने का मौका दिया। पीड़ित किसान महिला ने सब रजिस्टार यादवेन्द्र द्विवेदी से दो टूक शब्दों में मजबूरी वश जमीन बेचने की बात कही। इस मौके विपक्षी परिवार से ताल्लुक रखने वाले जेठ एवं देवर ने विरोध जताते हुए फ्रंट फुट की जमीन बेचने पर ऐतराज जताया। इस बात को लेकर मामला प्रशासनिक अधिकारियों से जुड़े होने पर सब रजिस्टार ने कुर्राबंद कर बैनामा में खुलवाए जाने पर शांत कर दिया। लेकिन विरोधी पार्टी ने बैनामा कराने से पहले तहसील में हथियार लहराते हुए दहशत का माहौल बना डाला। हथियार लहराते हुए देख अफरातफरी मच गई और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित परिवार को लेकर रजिस्टार कार्यालय में पहुंचे। बैनामा कराने के बाद पुलिस ने क्रेता स्वामियों को सुरक्षित अवस्था में घर भेजा।
मंगलवार को मवाना तहसील अंतर्गत थाना परीक्षितगढ़ के गांव पूठी निवासी तिलकराम अपनी पत्नी मुकेश देवी संग अपनी पांच बीघा जमीन का बैनामा दयालपुर के देवेन्द्र एवं अश्वनी को कराने के लिए जैसे ही रजिस्टार कार्यालय मवाना में पहुंचे तो तिलकराम के भाई कालीचरण आदि दर्जनों लोगों ने घेर लिया और गाली गलौज करते हुए विरोध कर दिया। हंगामा करते हुए देख विरोधियों को वकीलों ने घेर लिया। इस दौरान विक्रेता तिलकराम द्वारा जमीन का बैनामा कराते देख विरोधियों ने तहसील परिसर में हथियार लहरा दिये। हथियार लहराते देख वकीलों ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को लेकर मवाना रजिस्टार कार्यालय में पहुंचे। सब रजिस्टार यादवेन्द्र द्विवेदी ने दोनों पक्षों की बात सुनी और तिलकराम पक्ष के कागजात सही मिलने पर बैनामा कराने को हरी झंडी दे दी। इस दौरान जमीन विक्रेता तिलकराम के भाईयों ने रजिस्टार कार्यालय में हंगामा करते हुए बैनामा का विरोध किया। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को हिरासत में लेने का प्रयास किया तो उनकी आपसी नोंक-झोंक हो गई।
सब रजिस्टार यादवेन्द्र द्विवेदी ने दोनों पक्षों को समझाते हुए पुलिस की कस्टडी में सकुशल बैनामा करा दिया गया। इस मौके पर अफरातफरी का माहौल बना रहा।
इनका कहना है…
पीड़ित किसान द्वारा परिवार को आर्थिक मदद के लिए जमीन बेचने की जरूरत थी। जिसके कागजात देखे जाने के बाद सही प्राप्त हुए। पीड़ित पक्ष के परिवार द्वारा विरोध किया जा रहा था लेकिन पुलिस सुरक्षा के बीच बैनामा सकुशल कराया गया है।