दशलक्षण पर्व उत्तम त्याग धर्म की पूजा अर्चना छपरौली कस्बे में स्थित श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में दशलक्षण विधान में मंगलवार को उत्तम त्याग धर्म की पूजा-अर्चना की।
दशलक्षण पर्व उत्तम त्याग धर्म की पूजा अर्चना छपरौली कस्बे में स्थित श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में दशलक्षण विधान में मंगलवार को उत्तम त्याग धर्म की पूजा-अर्चना की। मंगलवार को दिगंबर जैन मंदिर में विधानाचार्य अजीत जैन शास्त्री ने दशलक्षण पर्व के दौरान मूलनायक भगवान महावीर स्वामी का अभिषेक और शांति धारा विधि विधान के साथ कराई।इंद्र और इंद्राणियों ने पीत वस्त्र पहनकर विधानाचार्य अजीत जैन शास्त्री के सानिध्य में नित्य नियम की पूजा, दशलक्षण धर्म की पूजा सोलहकरण की पूजा, भक्ति भाव से कराई। धर्म सभा में पंडित अजीत जैन शास्त्री ने कहा कि जैन धर्म में त्याग धर्म का अति महत्व है। त्याग करने वाला मात्र पंडित, उपदेशक नहीं किंतु संत कहलाता है। संसार की प्रत्येक क्रिया त्याग मूलक है। वृक्ष फलों को, नदी पानी को, अग्नि उष्णता को और सूर्य प्रकाश को त्याग दें तो संसार की स्थिति भयावह हो जाएगी। त्याग ही जीवन में सम्मान और जीवन को ऊपर उठाता है।
उन्होंने कहा त्याग करने वाला हाथ हमेशा ऊपर रहता है। मीडिया प्रभारी अमित जैन ने बताया कि मंदिर में उत्तम त्याग की पूजा मधुर संगीत के साथ समूहिक पूजा की गई। पर्यूषण पर्व पर जैन मंदिरों में शाम को महाआरती की जाती है। महाआरती सत्येंद्र जैन दीपक जैन जयदेव परिवार द्वारा की गई वहीं श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में भक्ति भाव से पूजा अर्चना चल रही है। दशलक्षण महापर्व पर जैन मंदिरों में महिलाओं एवं बच्चे और पुरूषों की अपार भीड़ चल रही है। इन दिनों मंदिर में आकर पापों का नाश होता है। यह महापर्व आत्मशुद्धि का है इसमें सभी श्रावक शक्ति अनुरूप तप त्याग संयम से अपनी भावनाओं को शुद्ध कर मंथन करते हैं। इस अवसर पर प्रधान सुशील जैन, कोषाध्यक्ष राहुल जैन, प्रबंधक अंकित जैन, मेला मंत्री पीयूष जैन, मिडिया प्रभारी अमित जैन, प्रिंस जैन राजेश जैन राकेश जैन मनोज जैन, राहुल जैन, यश जैन, आशु जैन, मनीष जैन, दीपक जैन, दिलीप मिश्रा, अशोक तिवारी, सारिका जैन, शिखा जैन, पूजा जैन, सोनम जैन, यीशु जैन, आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।