बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। प्रदेश पार्टी कार्यालय में आयोजित अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठक के दौरान तेजस्वी यादव ने वक्फ बोर्ड से जुड़े विधेयक को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-नीतीश एनडीए सरकार सिर्फ नफरत फैलाने वाले बिल लाती है और अल्पसंख्यकों, गरीबों, और दलितों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देती है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि वक्फ बोर्ड को खत्म करने का बिल लाया गया है, जो सरकार की नफरत भरी मानसिकता का प्रतीक है। तेजस्वी यादव ने कहा कि ये सरकार सिर्फ नफरत फैलाने वाले बिल लाती रहती है। एनडीए सरकार ने CAA, NRC और वक्फ बोर्ड जैसे बिल लाकर देश में ध्रुवीकरण की राजनीति को हवा दी है। इनका उद्देश्य अल्पसंख्यकों, मुसलमानों, सिखों, दलितों, और गरीबों के खिलाफ हिंसा और नफरत फैलाना है। उन्होंने केंद्र सरकार पर जनहित के मुद्दों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि एनडीए सरकार कभी पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, और पलायन जैसे मुद्दों पर बात नहीं करती। वे केवल जोड़ तोड़ से सत्ता में बने रहकर नफरत फैलाने का काम करते हैं और अपराधियों एवं भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देते हैं।
राजद नेता ने किसानों, मुसलमानों, गरीबों, और बेरोजगार युवाओं पर केंद्र सरकार के रवैये की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि जब इनकी नीतियों का विरोध किया जाता है, तो ये लोग किसानों को खालिस्तानी, मुसलमानों को आतंकवादी, गरीबों को नक्सली और बेरोजगार युवाओं को उपद्रवी करार देते हैं। लेकिन हम और हमारी पार्टी इन सांप्रदायिक ताकतों से बिना कोई समझौता किए, बिना झुके, सदा इनकी विभाजनकारी नीतियों के विरुद्ध मजबूती से लड़ते रहे हैं और लड़ते रहेंगे। यादव ने राजद के जनसमर्थन को ही एनडीए सरकार के सामने सबसे बड़ा अवरोध बताया और कहा कि यही कारण है कि एनडीए में विरोधाभास के बावजूद सत्ता की मलाई चाटने के लिए इतने दल एक साथ बने रहते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी जाति-धर्म के लोगों को साथ लेकर एक नया बिहार बनाएंगे।