कलयुग के ‘श्रवण’ की कहानी है सबसे अलग, माता-पिता को कांवड़ में बिठाकर हरिद्वार से ला रहा हस्तिनापुर
मेरठ हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत अंबरपुर गढ़ी माजरा प्रताप नगर के रहने वाले युवक अपने वृद्ध माता-पिता को लेकर अपने भाइयों के साथ कावड़ यात्रा पर निकला हुआ है।
मवाना(संवादाता आरके विश्वकर्मा)। मेरठ हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत अंबरपुर गढ़ी माजरा प्रताप नगर के रहने वाले युवक अपने वृद्ध माता-पिता को लेकर अपने भाइयों के साथ कावड़ यात्रा पर निकला हुआ है। युवक को जो भी देख रहा है वह उसका वीडियो बना रहा है। लोगों द्वारा कलयुग के श्रवण कुमार की जमकर तारीफ की जा रही है।
देखने वाले लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि मौजूदा समय में अपने मां-बाप को तीर्थ या फिर कांवड़ यात्रा करने के लिए कोई बेटा इतना बड़ा संघर्ष कर सकता है। फिलहाल मां-बाप को कावड़ में बिठाकर यात्रा कर रहे सचिन कश्यप अर्जुन कश्यप वीरपाल कश्यप टिंकू कश्यप मोनू कश्यप सोनू कश्यप आदि
की कहानी सबसे अलग है।
दरअसल, सचिन कश्यप मूल रूप से मेरठ जनपद के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के ग्राम अकबरपुर गढ़ी माजरा प्रतापनगर के रहने वाला है। उसने बताया कि वह हरिद्वार में स्थित हर की पौड़ी से गंगाजल लेकर अपने माता-पिता को कांवड़ में बिठाकर अपने घर मेरठ के लिए निकला है।
सचिन कश्यप ने यह भी बताया कि प्रतिदिन कम से कम 10 से 12 किलोमीटर की दूरी तय करते है। इस दौरान थक जाने पर वह रुक कर आराम भी करते है। सचिन कश्यप का कहना है कि हर की पौड़ी उसके गांव की दूरी करीब लगभग 138 किलोमीटर है और वह पूरी दूरी अपने माता-पिता को इसी तरह लेकर तय करेगा।
इस तरह से मन में आया यह विचार
सचिन कश्यप ने बताया कि वह दूसरी बार अपने माता-पिता को लेकर कावड़ यात्रा ला रहा हूं हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के लिए जाता था। पिछले कई बार उसने देखा कि कई लोग अपने बूढ़े माता-पिता को कांवड़ में बिठाकर कावड़ यात्रा करते थे। उसने कहा कि ऐसे में उसके मन में भी यह विचार आया कि वह भी अपने माता-पिता को यात्रा कराएगा।