अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने लगातार दूसरे महीने नीतिगत ब्याज दर बढ़ायी
खुदरा मुद्रास्फीति 5.2 प्रतिशत पहुंच गयी थी, जबकि फेडरल रिजर्व को इसे दो फीसदी तक सीमित रखने की जिम्मेदारी दी गयी है।

वाशिंगटन। अमेरिका में फेडरल रिजर्व ने बुधवार को अपनी नीतिगत ब्याज दर में आधा प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी।
यह निर्णय देश में मुद्रास्फीति के अत्यधिक दबाव से निपटने के लिए किया गया है। मार्च में यहां खुदरा मुद्रास्फीति 5.2 प्रतिशत पहुंच गयी थी, जबकि फेडरल रिजर्व को इसे दो फीसदी तक सीमित रखने की जिम्मेदारी दी गयी है। इससे पहले मार्च महीने में फेडरल रिजर्व की खुली बाजार संबंधि समिति ने नीतिगत ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत की वृद्धि की थी।
फेडरल रिजर्व की इस समिति की दो दिन की बैठक के बाद बुधवार को जारी बयान में नीतिगत दर को 0.75 प्रतिशत से एक फीसदी रखने का लक्ष्य रखा गया है। फेडरल रिजर्व ने 2006 से बाद पहली बार लगातार दूसरे महीने नीतिगत ब्याज दर बढ़ाई है और वर्ष 2000 के बाद पहली बार इसने एक बार में इतनी बड़ी वृद्धि करते हुए नीतिगत ब्याज दर में आधा फीसदी की बढ़ोतरी की है।
फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पावेल ने आने वाले समय में नीतिगत में दर में और वृद्धि करने का संकेत दिया है और यह कयास लगाया जा रहा है कि नवंबर-दिसंबर तक नीतिगत ब्याजा दर 2.5 से 2.75 प्रतिशत तक जा सकती है। पॉवेल ने कहा कि फेडरल रिजर्व के पास मूल्य स्थिरता को बहाल करने के लिए आवश्यक औजार और संकल्प शक्ति दोनों ही हैं।
