अमेरिका और रूस जैसे सुपरपावर देशों में हो रही खींचतान, किसका करीबी दोस्त है हिन्दुस्तान
भारत की बढ़ती क्षमताओं को देखकर आज पूरी दुनिया ये समझ चुकी है कि चीन पर लगाम लगाने के लिए भारत की बड़ी अहमियत है। इतना ही नहीं आज भारत जिस तेजी से अपनी शक्तियों में इजाफा कर रहा है ऐसे में आने वाला समय भारत का होने वाला है।
भारत से दोस्ती को लेकर अब बड़े-बड़े देशों में खींचतान मची हुई है। रूस और अमेरिका जैसे सुपरपावर मुल्कों में आज बहस इस बात को लेकर हो रही है कि किसकी दोस्ती भारत के साथ अच्छी है और कौन ज्यादा करीब है? हालांकि इसके पीछे की वजह सबसे बड़ा कारण चीन है। भारत की बढ़ती क्षमताओं को देखकर आज पूरी दुनिया ये समझ चुकी है कि चीन पर लगाम लगाने के लिए भारत की बड़ी अहमियत है। इतना ही नहीं आज भारत जिस तेजी से अपनी शक्तियों में इजाफा कर रहा है ऐसे में आने वाला समय भारत का होने वाला है।
भारत और रूस आज से एक बड़ा सैन्य अभ्यास करने जा रहा है। इस अभ्यास को लेकर अमेरिका परेशान है। उसके हालिया बयान से कुछ ऐसा ही संकेत मिलता है। अमेरिका ने रूस में भारत के सैनिक अभ्यास पर चिंता जताई है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि यूक्रेन के साथ बर्बर जंग छेड़ने वाले रूस में किसी भी देश का सैनिक अभ्यास चिंताजनक है, लेकिन इसमें हिस्सा लेने वाले हर देश को खुद फैसला लेना है। क्या अमेरिका ऐक्शन लेगा तो उन्होंने कहा कि अभी मेरे पास इस बारे में बताने लायक कुछ नहीं है।
पूर्वी लाख में दो साल से जारी गतिरोध के बीच चीन और भारत के सैनिक आज से रूस में एकसाथ युद्धाभ्यास करेंगे। रूस में ‘वोस्तोक 2022′ नाम से यह युद्धाभ्यास हो रहा है, जो 7 सितंबर तक चलेगा। इसमें हिस्सा लेने के लिए भारत से 80 सैनिकों का दल रूस पहुंच चुका है। इसमें सेना की गोरखा यूनिट से सैनिकों के साथ ही आर्मर्ड रेजिमेंट से भी सैनिक हिस्सा ले रहे हैं।’वोस्तोक 2022’ में शंघाई सहयोग संगठन में शामिल देशों के अलावा कुछ अन्य देशों की सेनाएं भी शामिल हो रही हैं।